भुवनेश्वर, : उड़िया संगीत की दुनिया में अपनी विशेष पहचान बनाने वाली मशहूर लोकगायिका सुनंदा पटनायक का रविवार का निधन हो गया। वह 85 वर्ष की थी।
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि वह लंबे समय से बीमार चल रही थीं।
सूत्रों के अनुसार "गुगुमा" के नाम से लोकप्रिय, पटनायक का कोलकाता के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां रविवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली।
दिग्गज उड़िया कवि बैकुंठनाथ पटनायक की बेटी सुनंदा का जन्म सात नवंबर, 1934 को हुआ था और उन्होंने 14 साल की उम्र में 1948 में कटक के ऑल इंडिया रेडियो से गायन में अपने करियर की शुरुआत की थी।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और केंद्रीय पेट्रोलियम और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सहित कई प्रमुख हस्तियों ने दिग्गज गायिका के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपना जीवन संगीत के लिए समर्पित कर दिया था और उनके योगदान ने उन्हें अमर बना दिया है।
मुख्यमंत्री ने एक संदेश में कहा, "इस महान कलाकार के निधन से भारतीय संस्कृति ने एक उज्ज्वल व्यक्तित्व खो दिया है।”
सुनंदा पटनायक के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए प्रधान ने कहा कि शास्त्रीय संगीत की दुनिया में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
टिप्पणियाँ