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कैबिनेट ने ओडिशा सरकार के दो पीएसयू के साथ गठित संयुक्‍त उद्यम कंपनी नीलांचल इस्‍पात निगम लिमिटेड में एमएमटीसी, एनएमडीसी, मेकॉन और भेल की इक्विटी हिस्‍सेदारी के रणनीतिक विनिवेश को ‘सैद्धांतिक’ मंजूरी दी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी की अध्‍यक्षता में आर्थिक मामलों पर कैबिनेट समिति (सीसीईए) ने नीलांचल इस्‍पात निगम लिमिटेड (एनआईएनएल) में खनिज एवं धातु व्यापार निगम लिमिटेड (एमएमटीसी) (49.78 प्रतिशत), राष्‍ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) (10.10 प्रतिशत), मेकॉन (0.68 प्रतिशत) तथा भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्‍स लिमिटेड (भेल) (0.68 प्रतिशत) और ओडिशा सरकार के दो सार्वजनिक क्षेत्र उद्यमों (पीएसयू) यथा ओडिशा औद्योगिक संवर्धन व निवेश निगम लिमिटेड (आईपीआईसीओएल) (12.00 प्रतिशत) एवं ओडिशा खनन निगम (ओएमसी) (20.47 प्रतिशत) की इक्विटी हिस्‍सेदारी का रणनीतिक विनिवेश एक ऐसे रणनीतिक खरीदार को करने को ‘सैद्धांतिक’ मंजूरी दे दी है, जिसकी पहचान दो चरणों वाली नीलामी प्रक्रिया के जरिए की गई है। एनआईएनएल एक संयुक्‍त उद्यम कंपनी है, जिसमें चार सीपीएसई (केन्‍द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम) यथा एमएमटीसी, एनएमडीसी, भेल तथा मेकॉन और ओडिशा सरकार के दो एसपीएसयू (राज्‍य सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम) यथा आईपीआईसीओएल तथा ओएमसी शेयरधारक हैं।


      एनआईएनएल के प्रस्‍तावित रणनीतिक विनिवेश से इसमें निहित संसाधन मुक्‍त होंगे, जिसका इस्‍तेमाल सरकार के सामाजिक क्षेत्र/विकास कार्यक्रमों का वित्‍त पोषण करने में होगा। इससे आम जनता लाभान्वित होगी। यह भी उम्‍मीद की जा रही है कि सफल रणनीतिक खरीदार इस कंपनी के विकास के लिए नया प्रबंधन/प्रौद्योगिकी/निवेश ला सकता है और इसके साथ ही यह खरीदार इस कंपनी के व्‍यावसायिक परिचालनों के विकास के लिए अभिनव तरीकों का इस्‍तेमाल कर सकता है, जिससे और भी अधिक रोजगार अवसर सृजित हो सकते हैं।  


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