लखनऊ, : उत्तर प्रदेश में कड़ाके की सर्दी का दौर जारी है और आने वाले कुछ दिनों तक इससे राहत की कोई उम्मीद भी नहीं है।
पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के अनेक मंडलों में न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी नीचे रहा। इस दौरान चुर्क एक बार फिर राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा जहां न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया यह सामान्य से 5 डिग्री कम था।
इसके अलावा बहराइच में न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री, गाजीपुर में 4 डिग्री, बांदा में 4.2 डिग्री, मुरादाबाद में 4.8 डिग्री और लखीमपुर खीरी, कानपुर तथा फतेहपुर में 5.2-5.2 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया।
आने वाले कुछ दिनों तक प्रदेश के विभिन्न इलाकों में बदली छाई रहने या बारिश होने का अनुमान है, लिहाजा सर्दी से राहत मिलने की उम्मीद हाल-फिलहाल नहीं है।
राजधानी लखनऊ में रविवार को न्यूनतम तापमान 6.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से 1 डिग्री कम था।
अगले 24 घंटों के दौरान राज्य में कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। राजधानी लखनऊ में सुबह कोहरे के बाद दिन में आसमान साफ रहने का अनुमान है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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