बांदा : उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के कमासिन क्षेत्र में बेकाबू कार की चपेट में आने से शनिवार को एक किसान की मौत हो गई। पुलिस ने रविवार को इसकी जानकारी दी ।
बबेरू के पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) कुलदीप सिंह ने रविवार को बताया कि शनिवार की शाम खरौली गांव निवासी किसान जुग्गीलाल (45) सड़क किनारे शौच कर रहा था। उसी समय बबेरू से कमासिन जा रही एक तेज रफ्तार कार गुजरी और अचानक उसका अगला पहिया पंक्चर हो गया, जिससे कार अनियंत्रित होकर किसान को कुचलते हुए पानी भरे गहरे गड्ढे में चली गयी।
उन्होंने बताया कि इस हादसे में किसान जुग्गीलाल की मौके पर ही मौत हो गयी है। घटना से नाराज ग्रामीणों ने रास्ता जाम कर दिया।
सीओ ने बताया कि ग्रामीणों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया गया और शव का पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
उन्होंने बताया कि कार चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया और उसकी कार को जब्त कर लिया गया है। घटना की जांच शुरू कर दी गयी है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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