नयी दिल्ली, : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्रों पर हुए हमले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर आप नेताओं और मंत्रियों ने सोमवार को बैठक की।
पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने पत्रकारों को बताया कि जेएनयू परिसर में उत्पन्न हो रही ‘‘गंभीर स्थिति’’ पर चर्चा करने के लिए बैठक की गई।
उन्होंने कहा, ‘‘ छात्रों और प्रोफेसरों पर हमला शर्मनाक है। यह भारत की राजधानी में हो रहा है। देश देख रहा है। हम दुनिया को क्या संदेश दे रहे हैं?’’
सिंह ने केन्द्र से ‘‘तत्काल कार्रवाई करने और दिल्ली शांति बहाल करने’’ की अपील की।
गौरतलब है कि जेएनयू परिसर में रविवार रात उस वक्त हिंसा भड़क गयी थी, जब लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश लोगों ने छात्रों तथा शिक्षकों पर हमला कर दिया था और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था जिसके बाद प्रशासन को पुलिस को बुलाना पड़ा था।
इस हमले में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष सहित कई लोग घायल हुए, जिन्हें एम्स में भर्ती कराया गया। हालांकि उन्हें सोमवार सुबह अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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