जयपुर, :: जयपुर साहित्य उत्सव (जेएलएफ) के 13वें संस्करण के दूसरे दिन इसकी पृष्ठभूमि पर रचा गया उपन्यास भी पेश किया गया। जेएलएफ की निदेशक नमिता गोखले द्वारा लिखे गए इस उपन्यास “जयपुर जर्नल्स“ का लेखक और सांसद शशि थरूर ने विमोचन किया।
डिग्गी पैलेस के फ्रंट लॉन में आयोजित एक सत्र के दौरान इसका विमोचन करते हुए थरूर ने इस उपन्यास को जेएलएफ का उत्सव बताया। साथ ही उन्होंने लेखन को एक एकांत प्रक्रिया बताया, जिसमें प्रतिभा के साथ सबसे ज्यादा जरूरत अनुशासन की होती है। उन्होंने कहा कि ‘समय नहीं मिल पाता’ का बहाना इसमें सबसे बड़ी रूकावट है।
उपन्यास की नायिका रुद्राणी राणा, एक लेखिका है, जो उत्सव की भीड़भाड़ में अकेली घूम रही है और मंच पर आने वाले लेखकों के मुकाम पर आने का सपना देख रही है। एक लेखिका के संघर्ष के साथ ही इस उपन्यास में वास्तविक और काल्पनिक जीवन के किरदार घुलते-मिलते रहते है।
इस दौरान नमिता गोखले ने कहा, “इस किताब के स्वरूप ने मुझे लिखने में मदद की।’’
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