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जीडीपी वृद्धि की चिंता, कंपनियों के सुस्त तिमाही नतीजों से सेंसेक्स-निफ्टी फिसले

मुंबई, :  अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के ताजा अनुमान में भारत की वृद्धि दर कम होने और कंपनियों के सुस्त तिमाही नतीजों से सेंसेक्स में लगातार दूसरे दिन गिरावट रही।


बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 205.10 अंक यानी 0.49 प्रतिशत घटकर 41,323.81 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 54.70 अंक यानी 0.45 प्रतिशत गिरकर 12,169.85 अंक पर बंद हुआ।


चीन में खतरनाक विषाणु का प्रकोप फैलने के बाद वैश्विक बाजारों में सुस्ती से भारतीय शेयर बाजारों पर भी दबाव रहा।


सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में टाटा स्टील में सबसे ज्यादा 3.01 प्रतिशत की गिरावट रही। इसके अलावा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति, एशियन पेंट्स, पावरग्रिड, आईटीसी और एक्सिस बैंक के शेयर भी नीचे रहे।


दूसरी तरफ, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचडीएफसी, कोटक बैंक, भारती एयरटेल, ओएनजीसी और इंडसइंड बैंक के शेयर लाभ में रहे।


कारोबारियों के मुताबिक, वैश्विक बाजारों से नकरात्मक रुख और कंपनियों के तिमाही नतीजे कमजोर रहने के बीच घरेलू निवेशक सावधानी बरत रहे हैं।


जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "निवेशक बजट से पहले मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनियों में मुनाफावसूली कर रहे हैं। इसके अलावा, कंपनी के तिमाही नतीजे उम्मीद के अनुरूप नहीं आने से भी बाजार पर असर पड़ा है। हमारा मानना है कि अल्प काल में यह रुख जारी रहेगा और बजट एवं तिमाही नतीजों के अंतिम निष्कर्ष सामने आने के बाद तेजी देखने को मिल सकती है।


अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने सोमवार को 2019 के लिये भारत की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को कम कर 4.8 प्रतिशत कर दिया। इससे भी बाजार की धारणा प्रभावित हुई। इस बीच, रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 10 पैसे कमजोर होकर 71.21 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।


शंघाई, हांगकांग, तोक्यो और सियोल के बाजारों में भारी गिरावट रही। यूरोपीय बाजारों में भी शरुआती कारोबार में गिरावट का रुख देखा गया।


ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 1.21 प्रतिशत गिरकर 64.41 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।


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