सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा, आंतरिक इलाकों के आस-पास स्थिति नियंत्रण में : नये सैन्य उपप्रमुख

नयी दिल्ली,::  सेना के नये उपप्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एस के सैनी ने मंगलवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के आस-पास और आंतरिक इलाकों में स्थिति नियंत्रण में है।


सलामी गारद के निरीक्षण के बाद सैनी ने कहा कि सेना हर चुनौती के लिए तैयार है।


उन्होंने कहा, “पिछले वर्ष संघर्षविराम उल्लंघन के मामले बढ़ गए। हम सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”


साथ ही उन्होंने कहा कि उपकरण, गोला-बारूद जैसी महत्त्वपूर्ण कमियों को दूर करने और उत्तरी सीमा के आस-पास क्षमता विकास उनकी प्राथमिकताओं में शामिल होगा।


नए वायस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ़ लेफ्टिनेंट जनरल सैनी ने कहा, “चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जैसे नये पद सृजित हुए हैं। सेना मुख्यालय को उनके साथ जोड़कर अधिक समन्वय स्थापित करना मेरी प्राथमिकताएं होंगी।”


अब तक दक्षिणी कमान के प्रमुख रहे सैनी सैनिक स्कूल, कपूरथला और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के छात्र रहे हैं।


जून 1981 में उन्हें जाट रेजिमेंट में कमीशन प्राप्त हुआ था।


लेफ्टिनेंट जनरल सैनी राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) प्रशिक्षण केंद्र में हथियार प्रशिक्षक, नयी दिल्ली में राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज में वरिष्ठ निर्देशक स्टाफ और भारतीय सैन्य अकादमी में कमांडेंट रहे हैं।


उन्होंने इराक-कुवैत में संयुक्त राष्ट्र मिशन के डिप्टी चीफ मिलिट्री पर्सनल ऑफिसर के तौर पर भी सेवा दी है। वह मंगोलिया में वैश्विक शांति अभियान द्वारा शांतिरक्षा पर आयोजित एक अभ्यास में और ऑस्ट्रेलिया में आतंकवाद रोधी अभ्यास में शामिल हुए।


उन्हें अपने करियर के दौरान सेना प्रमुख से सम्मान, सेना कमांडर से सम्मान, युद्ध सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल प्राप्त हुआ है।


सैनी ने कहा कि नियंत्रण रेखा के आस-पास आतंकवादियों के ठिकानों पर गतिविधियां शुरू हो गई हैं और उनके ठिकाने सक्रिय हैं लेकिन भारतीय सशस्त्र बल उनसे निपटने के लिए तैयार है।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

इंडिया गठबंधन की सफलता में अल्पसंख्यकों की सबसे बड़ी भूमिका- शाहनवाज़ आलम

  लखनऊ, 12 जून 2024 . लोकसभा चुनाव में भले जीत एनडीए की हुई हो लेकिन राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी को देश ने नेता माना है. इंडिया गठबंधन को मिली सफलता में अल्पसंख्यक समुदाय खासकर मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा रोल है जिसे अल्पसंख्यक कांग्रेस ने अंजाम दिया. ये बातें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने अल्पसंख्यक कांग्रेस द्वारा आयोजित आभार और चुनाव समीक्षा बैठक में कहीं. बैठक को संबोधित करते हुए अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग के साथ दलित, पिछड़े और अति पिछड़े वर्गों ने राहुल और प्रियंका गाँधी के सामाजिक न्याय, सीएए- एनआरसी विरोधी स्टैंड, जातिगत जनगणना, आरक्षण पर लगे 50 प्रतिशत की पाबंदी को हटाने के लिए किये गए वादों से प्रभावित होकर वोट दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इन तबकों के सवालों पर लगातार संघर्ष करती रहेगी.  शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सीएसडीएस के आंकड़ों से यह साबित हुआ है कि पूरे देश में मुसलमान, दलित और पिछड़े कांग्रेस के मुख्य बेस वोटर रहे. वहीं कथित ऊँची जातियों का 70 प्रतिशत वोट भाजपा को गया. इस सवर्ण वोट बैंक को कां...