शिमला, : हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में पिछले 24 घंटों में हुई हल्की बर्फबारी और बारिश को देखते हुए मौसम विभाग ने 13 और 16 जनवरी को राज्य में भारी बारिश और बर्फबारी की आशंका के कारण नारंगी और यलो चेतावनी जारी की है।
शिमला मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि कल्पा में एक सेमी बर्फबारी हुई वहीं कोठी में 11 मिमी, मनाली में छह मिमी, सेवबाग में पांच मिमी और भूंतर में तीन मिमी बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग ने शुक्रवार को 19 जनवरी तक ऊंची पहाड़ी वाले स्थानों पर बारिश और बर्फबारी का पुर्वानुमान जताया था। साथ ही मौसम विभाग ने राज्य में बर्फबारी और बारिश को देखते हुए 13 जनवरी के लिए नारंगी चेतावनी और 16 जनवरी के लिए यलो चेतावनी जारी की। मौसम विभाग गंभीर और खतरनाक मौसम से लोगों को सचेत करने के लिए रंग-कोडित चेतावनी जारी करता है।
मौसम विभाग ने परामर्श जारी करते हुए कहा कि लाहुल-स्पीति, किन्नौर, सिरमौर, शिमला, मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, चंबा और सोलन जिले के कई हिस्सों में भारी बारिश, बर्फबारी हो सकती है। वहीं 13 से 16 जनवरी के बीच उना, बिलासपुर और हमीरपुर जिलों में तूफान की संभावना है।
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कुल्लु पुलिस ने किसी आपातकाल की स्थिति में लोगों से 107 पर कॉल करने का आह्वान किया है।
मौसम विभाग ने कहा कि रविवार को न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की बढ़ोत्तरी हुई है। लाहौल-स्पीति जिला प्रशासनिक केंद्र केलांग शून्य से 11.3 डिग्री सेल्सियस नीचे न्यूनतम तापमान के साथ सबसे ठंडा स्थान रहा।
किन्नौर के कल्पा में न्यूनतम तापमान शून्य से चार डिग्री सेल्सियस कम और कुल्लु जिले के मनाली में शून्य से 2.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
उन्होंने बताया डलहौजी, कुफरी और शिमला में न्यूनतम तापमान क्रमश: 1.5, 4 और 5.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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