पन्ना (मप्र), : मध्यप्रदेश के पन्ना में हुई हीरों के तीन दिवसीय नीलामी के बाद दो हीरों का दाम 1.89 करोड़ रुपये मिलने से दो खनिक अमीर बन गये।
पन्ना के हीरा अधिकारी एसएन पांडे ने शुक्रवार को बताया कि तीन दिवसीय नीलामी गुरुवार को समाप्त हुई। इसमें 316 कैरेट के 216 हीरे नीलामी के लिये रखे गये थे। इनमें 187 कैरेट के 150 हीरे 2.43 करोड़ रुपये में नीलाम किये गये हैं।
पांडे ने बताया कि खदान से 29.46 कैरेट का एक हीरा ब्रजेश उपाध्याय नामक खनिक ने निकाला था। यह हीरा 1.16 करोड़ रुपये में नीलाम हुआ, जबकि एक अन्य खनिक राधेश्याम का 18 कैरेट का हीरा 72.61 लाख रुपये में नीलाम हुआ।
उन्होंने बताया कि उपाध्याय को कृष्णा कल्याणपुर की खदान में खुदाई के दौरान गत वर्ष सितम्बर में यह हीरा मिला था, जबकि राधेश्याम को दिसंबर 2018 में इसी इलाके की खदान से हीरा मिला था।
उन्होने बताया कि पिछली दो नीलामी में राधेश्याम का हीरा नीलाम नहीं हो पाया था।
पांडे ने बताया कि हीरे के व्यापारियों द्वारा अगले दो दिनों में हीरे की कीमत का 20 प्रतिशत तथा शेष राशि एक माह के अंदर जमा कर हीरा हासिल करना होगा।
उन्होंने कहा कि हीरे की नीलामी राशि से 12 प्रतिशत रायल्टी काटकर शेष राशि का भुगतान संबंधित हीरा खनिक को किया जायेगा।
मध्यप्रदेश का पन्ना जिला हीरा खदानों के लिये प्रसिद्ध है और यहां लगभग 12 लाख कैरेट हीरे का भंडार होने का अनुमान है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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