तेहरान,: ईरान ने अमेरिका के साथ जारी तनाव को कम करने का संकेत दिया है। गौरतलब है कि पिछले 10 दिनों में दोनों ओर से मिसाइलें दागी गईं और इस दौरान ईरान ने यूक्रेन का एक यात्री विमान दुर्घटनावश गिरा दिया था।
इस घटना में 176 यात्री मारे गए थे, जिसके विरोध में ईरान की राजधानी में रविवार को एक जुलूस निकाला गया जिसने हिंसक रूप ले लिया और पुलिस ने इस दौरान वहां मौजूद ब्रिटिश राजदूत को भी अस्थायी तौर पर गिरफ्तार कर लिया था।
इन सबके बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘ ये ईरान के नेताओं के लिए है... अपने यहां के प्रदर्शनकारियों की जान मत लो।’’
अमेरिका के रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने हालांकि कहा कि ट्रम्प ईरान के साथ ‘‘ बिना किसी शर्त के नए सिरे से बातचीत करने के इच्छुक हैं।’’ हालांकि तेहरान ने वाशिंगटन द्वारा उस पर लगाए प्रतिबंध हटाने तक बातचीत से लगातार इनकार किया है।
तेहरान ने कहा कि वाशिंगटन द्वारा तीन जनवरी को उसके शीर्ष जनवरी कासिम सुलेमानी की हत्या करने के बावजूद वह उसके साथ तनाव कम करने के पक्ष में है।
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी और कतर के अमीर के बीच हुई बैठक के बाद दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि क्षेत्रीय संकट खत्म करने के लिए तनाव कम करना ही ‘‘ एकमात्र समाधान ’’ है।
अमेरिका का क्षेत्र में सबसे बड़ा सैन्य अड्डा कतर में स्थित है और साथ ही उसके ईरान के साथ भी अच्छे संबंध हैं, जिसके साथ वह दुनिया का सबसे बड़ा गैस क्षेत्र साझा करता है।
क़तर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी ने कहा, ‘‘ हम सहमत हुए हैं... कि इस संकट का एकमात्र समाधान सभी पक्षों द्वारा तनाव कम करना और संवाद कायम करना है।’’
वहीं रूहानी ने कहा, ‘‘ पूरे क्षेत्र की सुरक्षा के लिए हमने और विचार-विमर्श करने और सहयोग स्थापित करने का निर्णय लिया है।’’
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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