वाशिंगटन, : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इराक में अमेरिकी बलों के दो अड्डों पर ईरान के मिसाइल हमले पर पहली प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा ‘सब ठीक है’ और कहा कि वह बुधवार सुबह राष्ट्र को संबोधित करेंगे।
पेंटागन ने कहा कि मंगलवार रात ईरान ने इराक स्थित ऐसे कम से कम दो सैन्य अड्डों पर एक दर्जन से अधिक बैलिस्टिक मिसाइल दागी, जहां अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी बल ठहरे हुए हैं।
ईरान के सरकारी टेलीविजन के मुताबिक बगदाद में अमेरिकी हवाई हमले में ईरान के सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद यह कार्रवाई की गई है। सुलेमानी पर हमले का आदेश शुक्रवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दिया था।
मिसाइल हमले के कुछ ही समय बाद ट्रंप ने ट्वीट किया, ‘‘ सब ठीक है। इराक में दौ सैन्य अड्डों पर ईरान ने मिसाइल दागी। इससे हुए नुकसान और हताहतों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। अब तक सब ठीक है। हमारे पास दुनिया की सबसे शक्तिशाली और सर्वसाधनयुक्त सेना है। मैं कल सुबह वक्तव्य दूंगा।’’
इससे पहले ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा दल के साथ बैठक की जिसमें विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और रक्षा मंत्री मार्क एस्पर मौजूद थे। हालांकि बैठक की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
व्हाइट हाउस के मुताबिक राष्ट्रपति ट्रंप ने कतर अमीर शेख तमीम बिन हदम अल थानी से बात की और अमेरिका के साथ उनके देश की मजबूत साझेदारी के लिए शुक्रिया अदा किया। दोनों नेताओं ने इराक और ईरान में हालात पर चर्चा की।
ट्रंप ने जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल को भी फोन किया और दोनों नेताओं ने पश्चिम एशिया और लीबिया में सुरक्षा हालात पर चर्चा की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मॉर्गन ऑर्टागस ने कहा कि पोम्पियो ने कुर्दिस्तान की क्षेत्रीय सरकार के प्रधानमंत्री मसरूर बारजानी को फोन किया और ईरान के मिसाइल हमले की उन्हें जानकारी दी।
इस बीच डेमोक्रेटिक पार्टी के नेतृत्व ने पश्चिम एशिया के साथ बढ़ते तनाव का दोष ट्रंप को दिया।
अमेरिका के पूर्व उप राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, ‘‘इराक और ईरान में आज जो कुछ भी हो रहा है, उसका अनुमान लगाया जा सकता था।’’ उन्होंने ईरान के परमाणु समझौते से अलग होने और जनरल सुलेमानी की हत्या का आदेश देने के ट्रंप के फैसलों की आलोचना की।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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