लखनऊ। लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व एमएलसी सुनील सिंह ने देश आर्थिक संकट से गुजर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पूरा देश सीएए के खिलाफ खड़ा हो गया है. यह तब हो रहा है, जबकि हमारा देश आर्थिक संकट से गुजर रहा है. हम लोगों को फिर से कतार में खड़ा नहीं कर सकते हैं, जैसा कि नोटबंदी के दौरान हुआ था। श्री सिंह ने नोटबंदी का जिक्र करते हुए कहा नोटबंदी के कारण कई लोगों की जान चली गई. इसकी क्या आवश्यकता है? खोए हुए जीवन की जिम्मेदारी कौन लेगा? सीएए के विरोध को भी सरकार पुलिस के माध्यम से शांत करना चाह रही है. यह लोकतंत्र नहीं, कुछ और है सरकार नहीं चाहती कि सच्चाई लोगों तक पहुंचे, क्योंकि वह जनता में बढ़ते गुस्से से आशंकित है. मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी बचाने के लिए अन्याय कर रहे हैं. यहां तक उनके विधायक उनके खिलाफ हैं.। देश की अर्थव्यवस्था बुरी दशा में है, लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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