जयपुर।
राजस्थान विधानसभा का विशेष सत्र बूलाकर सीएए के खिलाफ प्रस्ताव पास करने व उसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाकर उसको चेलेंज करने के लिये एक एक करके राजस्थान के चार विधायकों द्वारा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखने के बाद आखिरकार चोबीस जनवरी को राजस्थान विधानसभा का विशेष सत्र आहुत करना पड़ा है।
मुख्यमंत्री गहलोत को इस सम्बंध मे सर्वप्रथम पत्र लिखने वाले हालही मे बसपा छोड़कर कांग्रेस मे आये नगर विधायक वाजिब अली थे। अली के बाद विधायक जाहिदा, आमीन कागजी व लक्ष्मनगढ विधायक सफिया शामिल है। चारो विधायको मे से आमीन को छोड़कर बाकी तीनो मेव बेल्ट से आने वाले मेव जाती से तालूक रखने वाले विधायक है।
कुल मिलाकर यह है कि राजस्थान विधानसभा का विशेष सत्र चोबीस जनवरी को आहुत किया गया है। जिसमे राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सीएए के खिलाफ प्रस्ताव पास किया जा सकता है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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