संयुक्त राष्ट्र, : ईरान के सबसे प्रभावशाली जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या पर अमेरिका-ईरान के बढ़ते तनाव के बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने भूराजनीतिक तनावों पर चिंता जताते हुए कहा कि इस तरह के संघर्ष इस सदी में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं और देश अप्रत्याशित निर्णय ले रहे हैं, जिससे गलतफहमी का गंभीर खतरा पैदा हो रहा है।
गुतारेस ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘नया साल हमारी दुनिया में उथल-पुथल के साथ शुरू हुआ है। हम खतरनाक समय में जी रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस सदी में भूराजनीतिक तनाव अपने उच्चतम स्तर पर है और यह अशांति बढ़ रही है।’’
उन्होंने आगाह किया कि परमाणु अप्रसार भी अब ज्यादा समय तक चलने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि विश्व स्तर पर बढ़ते तनावों के कारण अधिक से अधिक देश अप्रत्याशित फैसले ले रहे हैं, जिससे गतलफहमी का गंभीर खतरा पैदा हो रहा है, जिसके अप्रत्याशित परिणाम होंगे।
गुतारेस ने कहा कि इन वैश्विक तनावों के बीच, व्यापार और तकनीकी संघर्ष के चलते वैश्विक बाजार अस्थिर हो रहे हैं, विकास की गति कम हो रही है और असमानताएं बढ़ रही हैं।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा, ‘‘हमारा ग्रह जल रहा है। जलवायु संकट बढ़ता जा रहा है। हम दुनिया के कई हिस्सों में बहुत से लोगों को निराश और गुस्से में देख रहे हैं। हम आतंकवाद की खतरनाक स्थिति के साथ सामाजिक अशांति और बढ़ते चरमपंथ, राष्ट्रवाद और कट्टरता को देख रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि ‘‘ऐसी स्थिति अधिक समय तक नहीं चल सकती। मैं हाल में बढ़े वैश्विक तनाव को लेकर बहुत सजग हूं और इसके समाधान पर बहुत ज्यादा ध्यान दे रहा हूं। मैं दुनिया भर के प्रमुख अधिकारियों के साथ निरंतर संपर्क में हूं।’’
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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