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भारतीय-अमेरिकियों, अमेरिकी कारोबारियों ने नये राजदूत के तौर पर संधू की नियुक्ति का स्वागत किया

वाशिंगटन, ::  भारतीय-अमेरिकियों, अमेरिकी कारोबारियों और थिंक टैंक समुदायों ने अमेरिका में भारत के नये राजदूत के तौर पर तरनजीत सिंह संधू की नियुक्ति का स्वागत किया है।


भारतीय विदेश सेवा के 1988 बैच के अधिकारी संधू का वाशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास में दो बार सफल कार्यकाल रह चुका है। आखिरी बार वह जुलाई 2013 से जनवरी 2017 तक उप राजदूत रहे थे।


वर्तमान में श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त संधू जल्द ही नया कार्यभार संभाल सकते हैं।


इंडियास्पोरा के संस्थापक और समाज सेवी एम आर रंगास्वामी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की जल्द ही भारत की यात्रा की संभावना को देखते हुए उनकी नियुक्ति बेहद अहम समय में हुई है।’’


बहरहाल, अमेरिका ने ट्रम्प की भारत यात्रा के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है।


रंगास्वामी ने कहा, ‘‘वाशिंगटन डीसी और न्यूयॉर्क में काम कर चुके राजदूत संधू भारतीय राजनयिक कोर में सर्वश्रेष्ठ अमेरिकी विशेषज्ञों में से एक हैं।’’


संधू न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी दूत भी रहे चुके हैं।


दक्षिण एवं मध्य एशिया के लिए पूर्व सहायक विदेश मंत्री निशा देसाई बिस्वाल ने कहा, ‘‘गतिशील राजनीतिक और नीतिगत चुनौतियों तथा भारत पर बढ़ते आर्थिक फोकस के बीच राजदूत संधू द्विपक्षीय संबंध में अवसरों और चुनौतियों दोनों से निपटने के लिए अमेरिका में भारतीय दूतावास के लिए एक अनुभवी नेता होंगे।’’


बिस्वाल अभी यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल की अध्यक्ष हैं।


शिकागो स्थित प्रतिष्ठित भारतीय-अमेरिकी भारत बराय ने कहा कि संधू बहुत अच्छे तरीके से भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।


बराय ने 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक मैडिसन स्क्वेयर गार्डन रैली आयोजित करने में संधू और तत्कालीन भारतीय राजदूत एस जयशंकर के साथ निकटता से काम किया था।


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