अलीगढ : भाजपा के स्थानीय नेता रघुराज सिंह ने विवादित बयान देते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ नारेबाजी करने वालों को जिन्दा दफन कर दूंगा।
नागरिक संशोधन कानून के समर्थन में यहां एक रैली को संबोधित करते हुए सिंह ने रविवार को कहा था, 'ये मुट्ठी भर लोग, केवल एक परसेंट लोग, हमारा पैसा देश का पैसा, टैक्स का पैसा खाकर बेईमान, तुम मुर्दाबाद करोगे योगी और मोदी को ! हम तुम को जिंदा दफन कर देंगे। मोदी-योगी देश और प्रदेश को चलाएंगे और ऐसे ही चलाएंगे, जैसे चला रहे हैं।’’
नागरिकता संशोधन कानून प्रचार प्रसार के लिए नुमाइश मैदान में सभा हुई थी जिसमें प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शिरकत की थी। मौर्य से पहले रघुराज सिंह ने मंच संभाला था।
सिंह ने कहा, 'तुम दाऊद इब्राहीम का पैसा लेकर हमारे अधिकारियों को घेरोगे, हम घेरने नहीं देंगे। पटक पटक के मारेंगे।'
अलीगढ निवासी सिंह ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों के प्रदर्शन के परिप्रेक्ष्य में उक्त बातें कहीं ।
भाजपा ने सिंह के विवादास्पद बयान से दूरी बना ली। भाजपा प्रवक्ता चंद्रमोहन ने कहा कि सिंह ना तो मंत्री हैं और ना ही विधायक।
श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुनील भराला ने कहा कि सिंह श्रम विभाग की एक इकाई में सलाहकार हैं।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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