सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

आयुष मंत्रालय ने “भर्ती घोटाले” पर आयुष पेशेवरों को सर्तकता का नोटिस जारी किया

सामान्य रूप से आम लोगों और विशेष रूप से आयुष पेशेवरों को एतदद्वारा सावधान किया जाता है कि हाल के दिनों में, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में आयुष पेशेवरों की भर्ती के लिए कुछ धोखाधड़ी से भरे/ संदिग्ध विज्ञापन सामने आए हैं, जो "पंजीकरण शुल्क" आदि के रूप भोले-भाले व्यक्तियों से भुगतान प्राप्त करना चाहते हैं। ऐसे धोखाधड़ीपूर्ण/ संदिग्ध नोटिस आमतौर पर ऐसी एजेंसियों द्वारा भ्रामक नामों के साथ जारी किए जाते हैं जो सरकारी निकायों की तरह लगती हैं, और ऑनलाइन भुगतान विधियों के माध्यम से भुगतान (विभिन्न प्रकारों के "शुल्क" के रूप में वर्णित) प्राप्त करना चाहते हैं।


ऐसा ही एक धोखाधड़ीपूर्ण/ संदिग्ध विज्ञापन आयुष मंत्रालय के संज्ञान में आया है, जो भारत सरकार के ब्लॉग-प्रकाशन मंच ब्लॉगस्पॉटपर आयुषग्राम भारत के नाम से छपा है, जो एनआरएचएम वेलनेस सेन्टर इंडिया होने का दावा करता है। विज्ञापन का लिंक https://ayushgrambharat.blogspot.com/2020/01/welcome-to-ayushgram-bharat-nrhm.html है।


हालांकि आयुष मंत्रालय इस मामले में उचित प्रशासनिक और कानूनी कार्रवाई करेगा, सामान्य रूप से साधारणजनों और विशेष रूप से आयुष पेशेवरों से यह नोट करने के लिए आग्रह किया जाता है कि आयुष मंत्रालय एवं इसके अधीनस्थ संगठनों द्वारा अनुसरण की जाने वाली भर्ती प्रक्रिया हमेशा निर्धारित औपचारिक प्रक्रियाओं का पालन करती है और इनके साथ संबंधित संगठनों की आधिकारिक वेबसाइटों (जो एनआईसी/गॉव.इन प्लेटफॉर्म पर होस्ट किए गए हैं) में औपचारिक घोषणाएं होती हैं।


एतदद्वारा मंत्रालय सभी संबंधितों पक्षों को सावधान करता है कि आयुष मंत्रालय का उन व्यक्तियों/ भर्ती एजेंसियों द्वारा की गई भर्ती की घोषणा से कोई संबंध नहीं है, जो सरकारी पदों का वादा करके नौकरी चाहने वालों को गुमराह कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, यह भी देखा जा रहा है कि वे लोगों को गुमराह करने के लिए मंत्रालय के समान नकली पते के साथ-साथ भारत सरकार से संबंधित लोगो/ चित्रों का भी अनधिकृत रूप उपयोग कर रहे हैं।


सामान्य रूप से साधारणजनों और विशेष रूप से आयुष पेशेवरों को सलाह दी जाती है कि इसका प्रत्युत्तर देने से पूर्व वे ऐसे विज्ञापनों में बताए गए तथ्यों को क्रॉस-चेक करें और व्यक्तियों/ भर्ती एजेंसियों की पहचान/ प्रमाणिकता को सत्यापित करें।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

इंडिया गठबंधन की सफलता में अल्पसंख्यकों की सबसे बड़ी भूमिका- शाहनवाज़ आलम

  लखनऊ, 12 जून 2024 . लोकसभा चुनाव में भले जीत एनडीए की हुई हो लेकिन राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी को देश ने नेता माना है. इंडिया गठबंधन को मिली सफलता में अल्पसंख्यक समुदाय खासकर मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा रोल है जिसे अल्पसंख्यक कांग्रेस ने अंजाम दिया. ये बातें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने अल्पसंख्यक कांग्रेस द्वारा आयोजित आभार और चुनाव समीक्षा बैठक में कहीं. बैठक को संबोधित करते हुए अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग के साथ दलित, पिछड़े और अति पिछड़े वर्गों ने राहुल और प्रियंका गाँधी के सामाजिक न्याय, सीएए- एनआरसी विरोधी स्टैंड, जातिगत जनगणना, आरक्षण पर लगे 50 प्रतिशत की पाबंदी को हटाने के लिए किये गए वादों से प्रभावित होकर वोट दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इन तबकों के सवालों पर लगातार संघर्ष करती रहेगी.  शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सीएसडीएस के आंकड़ों से यह साबित हुआ है कि पूरे देश में मुसलमान, दलित और पिछड़े कांग्रेस के मुख्य बेस वोटर रहे. वहीं कथित ऊँची जातियों का 70 प्रतिशत वोट भाजपा को गया. इस सवर्ण वोट बैंक को कां...