नयी दिल्ली, : आम आदमी पार्टी ने भाजपा नेता मनोज तिवारी के दावे पर चुटकी लेते हुए तिवारी से कहा, ‘‘तुमसे न हो पाएगा।’’ दरअसल मनोज तिवारी ने दावा किया था कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो दिल्ली के लोगों को पांच गुना ज्यादा फायदा मिलेगा।
‘तुमसे न हो पाएगा’, फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ (भाग 2) के मुख्य किरदारों में शुमार एक किरदार का लोकप्रिय संवाद है। फिल्म के इस किरदार को जब यह पता चलता है कि उसका बेटा रोमांटिक फिल्में देख रहा है और वह उसकी राजनीतिक विरासत को आगे ले जाने के लिए अब तक तैयार नहीं है, तो इससे निराश होकर वह अपने बेटे से कहता है, ‘‘बेटा, तुमसे न हो पाएगा।’’
आम आदमी पार्टी ने हरियाणा के उपमुख्यमंत्री और भाजपा के गठबंधन सहयोगी दुष्यंत चौटाला के पोस्ट को रिट्वीट करते हुए चुटकी ली। इस ट्वीट में वह अपने कार्यालय में बिजली के बगैर काम करते दिख रहे हैं।
आप नेता संजय सिंह ने तिवारी से कहा कि दिल्ली में 1,000 यूनिट मुफ्त बिजली का वादा करने से पहले अपनी पार्टी के शासन वाले राज्यों को बिजली दें।
सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘भाई मनोज तिवारी जी हरियाणा में उपमुख्यमंत्री को बिना बिजली के काम करना पड़ता है, दिल्ली में आप हजार यूनिट फ्री देने की फेंक रहे हैं। कम से कम अपने राज्यों में बिजली तो पूरी दे दो, भाजपाईयों फ्री का सपना मत देखो “तुमसे न हो पायेगा”।’’
दिल्ली की आप सरकार इस वक्त हर महीने घरों के लिए 200 यूनिट मुफ्त बिजली दे रही है। तिवारी ने सोमवार को वादा किया था कि दिल्ली में आठ फरवरी के विधानसभा चुनाव में अगर उनकी पार्टी चुनकर आती है तो यहां के निवासियों को आप की छूट से पांच गुना अधिक फायदा मिलेगा।
सिंह ने चौटाला के पोस्ट को भी टैग किया जिसमें उपमुख्यमंत्री कहते हैं, ‘‘जब आप रात साढ़े 11 बजे काम कर रहे हों और कार्यालय के कर्मचारी सारी फाइलों को उसी दिन पूरा करना चाहते हों और बिजली चली जाए... हम इसी तरह काम करते हैं।’’
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना 11 फरवरी को होगी।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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