आल इण्डिया कांग्रेस कमेटी द्वारा गठित राजस्थान की कोर्डिनेशन कमेटी व मेनिफेस्टो इम्पलीमेंटेशन कमेटी से मुस्लिम प्रतिनिधित्व नदारद
जयपुर।
सत्ता व संगठन मे तालमेल बनाये रखने के लिये आल इण्डिया कांग्रेस कमेटी ने कांग्रेस शासित प्रदेशों की तरह राजस्थान के लिये आठ सदस्यीय कोर्डिनेशन कमेटी का गठन आज किया है। जिसमे मुस्लिम समुदाय को छोड़कर बाकी सभी तबके को प्रतिनिधित्व दिया गया है। इसी तरह पांच सदस्यीय मेनीफेस्टो इम्पलीमेंटेशन कमेटी का गठन भी आज किया है। उससे भी मुस्लिम नेताओं को दूर रखा है।
आल इण्डिया कांग्रेस कमेटी द्वारा आज राजस्थान प्रदेश के लिये सत्ता व संगठन मे तालमेल बनाकर जनकल्याणकारी सरकार का रुप देकर बेहतर परिणाम पाने के लिये राजस्थान कांग्रेस कोर्डिनेशन कमेटी का गठन किया उसमे अविनाश पाण्डेय (ब्राह्मण) चेयरमैन व सदस्यों मे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (माली), सचिन पायलट (गुर्जर), हेमाराम चोधरी (जाट), भंवरलाल मेघवाल (अनुसूचित जाति), दीपेन्द्र सिह शेखावत (राजपूत), महेन्द्र जीत सिंह मालवीय (अनुसूचित जनजाति), व हरीश चोधरी (जाट) को शामिल किया है।
कोर्डिनेशन कमेटी के अलावा राजस्थान के लिये पांच सदस्यीय मेनीफेस्टो ऐम्पलीमेंटेसन कमेटी का गठन भी आज आल इंडिया कांग्रेस कमेटी द्वारा किया गया है। जिसमे दामरादवाज सांसद को चेयरमैन व अमर सिंह सांसद, अशोक गहलोत व सचिन पायलट को सदस्य बनाया गया है।
हालांकि राजस्थान मे तीसरा विकल्प मुस्लिम समुदाय के पास नही होने के चलते दो दलीय चुनावी मुकाबले मे वोटबैंक की तरह केवल मात्र कांग्रेस के पक्ष मे ही मतदान करने का विकल्प मुस्लिम के सामने रहता आ रहा है। लेकिन इन सबके बावजूद राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने मुस्लिम मतदाताओं की तरफ सकारात्मक रुख ठीक से अभी तक नही अपनाया है। मुख्यमंत्री गहलोत मंत्रीमंडल मे एक मात्र मुस्लिम शाले मोहम्मद को प्रभावहीन मुस्लिम मामलात विभाग का मंत्री बना रखा है। वही ऐडवोकेट जनरल व अतिरिक्त ऐडवोकेट जनरल सहित अन्य राजनीतिक नियुक्तियों मे भी उन्हें अहमियत नही दी जा रही है। राजस्थान मे भाजपा की तरफ मुस्लिम मतदाताओं का मतदान करने का प्रतिशत नाके बराबर होता था। अब केंद्र सरकार द्वारा सीएए, एनआरसी व एनपीआर के लाने पर उठे विरोध के बाद मुस्लिम का भाजपा के पक्ष मे अगले चुनाव मे मतदान करना किधर से भी नजर नही आ रहा है। इसी मजबूरी का कांग्रेस फायदा उठाते हुये मुस्लिम समुदाय को राजस्थान कांग्रेस राजनीति मे ना तीन मे ओर नाही तेराह मे प्रतिनिधित्व दे रही है।
आल इण्डिया स्तर पर कांग्रेस राजनीति के लिये राजस्थान प्रदेश प्रमुख बनता जा रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री डा.मनमोहन सिंह राजस्थान से राज्य सभा सदस्य है। एवं प्रियंका गांधी को भी राजस्थान से राज्य सभा सदस्य चूनकर भेजने का लगभग तय हो चुका है। प्रदेश कांग्रेस की राजनीति को ऊंचाई देने के लिये अठ्ठाइस जनवरी को राहुल गांधी जयपुर आकर कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक भी करने वाले है।
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