कवर्धा, : छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में पुलिस ने आवश्यक दस्तावेज के अभाव में एक बंग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार कर लिया है।
कबीरधाम जिले के पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को यहां बताया कि जिले के पंडरिया कस्बे में पुलिस ने खुर्शीद शेख (33 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उन्हें सोमवार को पंडरिया कस्बे में एक संदिग्ध व्यक्ति के होने की जानकारी मिली थी। जानकारी के बाद पुलिस दल ने खुर्शीद को पकड़ लिया और उससे पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान खुर्शीद ने बताया कि वह बंग्लादेश के दिनाशपुर जिले का निवासी है।
अधिकारियों ने बताया कि खुर्शीद के पास भारत में निवास करने का कोई दस्तावेज नहीं मिला जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली है कि खुर्शीद ने बगैर किसी दस्तावेज के नवंबर 2019 में पश्चिम बंगाल स्थित भारत-बंग्लादेश सीमा से भारत में प्रवेश किया था। वह इसके बाद रायपुर पहुंच गया और रायपुर निवासी कुछ लोगों के साथ मिलकर फेरी लगाकर बर्तन बेचने लगा।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि खुर्शीद को आज अदालत में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस संबंध में राज्य के गृह विभाग और विदेश मंत्रालय को जानकारी दे दी है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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