मुंबई, : बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने सोमवार को उस ट्वीट से दूरी बना ली जिसमें संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के बाद पुलिस की जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों पर की गई कार्रवाई का मजाक उड़ाया गया था।
अक्षय ने कहा कि उन्होंने गलती से उस ट्वीट को लाइक किया जिसमें लिखा था, ''बधाई हो... जामिया में आजादी मिली है।'' उपयोगकर्ता ने अपने ट्वीट के साथ वीडियो भी पोस्ट किया था जिसमें छात्र पुलिस से बचकर भागते हुए दिखाई दे रहे हैं।
उन्होंने कहा, '' जहां तक जामिया मिल्लिया के छात्रों से जुड़े ट्वीट को लाइक करने का मामला है तो यह गलती से हुआ। मैं ट्विटर अकाउंट देख रहा था तभी गलती से ''लाइक'' बटन दब गया, जब मुझे इसका एहसास हुआ, मैंने तुरंत उसे ''अनलाइक'' किया, किसी भी हाल में मैं ऐसी घटनाओं का समर्थन नहीं करता।''
उनकी प्रतिकिया के बाद ट्विटर पर ''हैशटैग कैनेडियनकुमार'' ट्रेंड करने लगा और कई लोगों ने छात्रों पर पुलिस कार्रवाई की प्रशंसा करने पर कुमार की आलोचना शुरू कर दी।
उल्लेखनीय है कि रविवार शाम संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन बेकाबू होने पर पुलिस जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में दाखिल हुई थी। इस हिंसक झड़प में छात्र और पुलिस कर्मी सहित 40 लोग घायल हो गये।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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