ह्यूस्टन,: अमेरिका में टेक्सास राज्य के व्हाइट सेटलमेंट शहर के एक गिरजाघर में एक बंदूकधारी ने लोगों पर गोलियां चलाईं जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। हालांकि बाद में प्रार्थना सभा के एक सशस्त्र सदस्य ने हमलावर को गोली मार दी।
यह घटना रविवार को सुबह की प्रार्थना के दौरान करीब 11 बजकर 50 मिनट पर हुई। इस प्रार्थना सभा की सोशल मीडिया पर लाइव स्ट्रीमिंग की जा रही थी।
अधिकारियों के अनुसार, बंदूकधारी ने व्हाइट सेटलमेंट में वेस्ट फ्रीवे चर्च ऑफ क्राइस्ट में पिस्तौल निकाली और गोलीबारी शुरू कर दी।
पुलिस ने बताया कि घटना में दो लोगों की बाद में एक अस्पताल में मौत हो गई।
वीडियो फुटेज में दिख रहा है कि बंदूकधारी खड़ा हुआ है और पास ही खड़े एक व्यक्ति से बात कर रहा है जिसने एक दूसरे व्यक्ति की ओर इशारा किया। इसके बाद बंदूकधारी ने उस व्यक्ति पर गोली चलाई।
फिर बंदूकधारी ने उस व्यक्ति पर भी गोली चलाई जिससे उसने बात की थी। हालांकि इसके बाद सुरक्षाकर्मी के तौर पर काम करने वाले एक व्यक्ति ने बंदूक से हमलावर पर गोली चलाई जिससे वह तुरंत नीचे गिर गया।
अधिकारियों ने इस घटना के पीछे के मकसद के बारे में जानकारी नहीं दी है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
टिप्पणियाँ