लिलुआ, : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को शनिवार शाम हावड़ा जिले के लिलुआ स्थित एक कॉलेज में तृणमूल कांग्रेस के कथित सदस्यों ने काले झंडे दिखाए। राज्यपाल उक्त कॉलेज में एक कार्यक्रम में शिरकत करने आए थे।
प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां लिये हुए थे, जिनपर लिखा था, ''राज्यपाल शर्म करो,'। जब उनके काफिले ने कॉलेज में प्रवेश किया तो उन्होंने धनखड़ को ये तख्तियां और काले झंडे दिखाये।
वे नारे लगा रहे थे कि लंबित विधेयकों को मंजूरी देने में देरी के लिए राज्यपाल जिम्मेदार हैं, जिसके चलते इस हफ्ते राज्य विधानसभा को दो दिन के लिए स्थगित करना पड़ा।
जब तृणमूल कांग्रेस के हावड़ा अध्यक्ष अरूप रॉय से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा, ''मुझे घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है। मैं इसे देखूंगा। लेकिन अगर स्थानीय लोग किसी के प्रति अपने गुस्से को जाहिर करते हैं तो हम क्या कर सकते हैं।''
हावड़ा के जिलाधिकारी (डीएम) मुक्ता आर्य ने कहा कि पुलिस मामले को देख रही है।
हावड़ा शहर पुलिस आयुक्त गौरव शर्मा से बात करने के लिए उन्हें कई कॉल की गई लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
राज्यपाल का ममता बनर्जी नीत सरकार के साथ कई मुद्दों पर टकराव चल रहा है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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