मऊ/लखनऊ (उप्र), : संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ मऊ जिले के दक्षिण टोला क्षेत्र में लोगों ने सोमवार को हिंसक प्रदर्शन और आगजनी की।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक जिले के दक्षिण टोला थाना क्षेत्र के मिर्जा हाजीपुरा चौक पर स्थानीय लोगों ने संशोधित नागरिकता कानून और जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने दक्षिण टोला थाने को आग के हवाले करने की भी कोशिश की।
उन्होंने बताया कि हालात काबू में करने के लिये पुलिस को आंसू गैस और हवाई फायरिंग का सहारा लेना पड़ा। खबरों के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहन समेत कई गाड़ियां भी फूंक दीं।
जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि मिर्जा हादीपुरा में कुछ युवकों ने जामिया में पुलिस की कार्रवाई के विरोध में ज्ञापन देने की योजना बनायी थी। देखते ही देखते मौके पर भीड़ बढ़ने लगी। मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को हटाने का प्रयास किया। इससे नाराज भीड़ ने दक्षिण टोला थाने के आसपास पथराव और आगजनी की। हालांकि इसमें कोई जख्मी नहीं हुआ।
उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने मीडिया और पुलिस की कुछ मोटरसाइकिलों में आग लगा दी। हालांकि पुलिस ने हल्का बलप्रयोग कर स्थिति को काबू में कर लिया। वीडियो फुटेज देखकर उपद्रवियों की धरपकड़ की जाएगी।
जिलाधिकारी ने जिले में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू करने की घोषणा करते हुए आम नागरिकों से घरों में रहने की अपील की।
जिले में कर्फ्यू लागू होने की खबरों के बीच पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने इनका खण्डन करते हुए कहा कि कर्फ्यू नहीं लगाया है।
उन्होंने बताया कि अब स्थिति बिल्कुल शांतिपूर्ण है। प्रशासन ने उग्र प्रदर्शनकारियों को सख्ती से तितर—बितर कर दिया है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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