अमरोहा। मशहूर उर्दू शायर व शिक्षक जुल्फिकार हुसैन आबिदी उर्फ सबा अमरोहवी के देहांत पर एक ताजियाती जलसे का आयोजन आलमी मर्सिया सेंटर के तत्वधान मोहल्ला लकड़ा में डॉ. अजीम अमरोहवी की अध्यक्ष्ता में किया गया। जिसमे सबा अमरोहवी की खिदमात को याद किया गया। आलामी मर्सिया सेंटर के चेयरमेन डॉ. अजीम अमरोहवी ने शायर जुल्फेकार आबिदी सबा अमरोहवी के इंतेकाल पर ताजियत पेश करते हुए कहा कि मरहूम हमारी उर्दू महाफिल की रौनक थे। उर्दू के कार्यक्रमों में पेश पेश रहते थे। वह एक बेहतरीन शिक्षक थे और छात्रों को उर्दू की तालीम भी देते थे। उनके देहांत के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उनकी कमी बहुत मेहसूस की जायेगी। इस अवसर पर उनके सामाजिक कार्यो को भी याद किया गया, जलसे में भुवन अमरोहवी, हैदर कमाल नकवी, अली आबिदी, वसीम हैदर नकवी, रजा अब्बास, जव्वार मेहदी व अन्य गणमान्य लोग भी शरीक थे।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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