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गलती करने वालो के विरूद्ध कार्रवाई अवश्य होगी : संजय राय

लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय राय ने बताया कि प्रदेश सरकार ने अलग-अलग मामलों में वन विभाग के प्रमुख सचिव कल्पना अवस्थी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक पवन कुमार तथा डी.जी. होमगार्ड गोपाल लाल मीणा को हटाकर सिद्ध कर दिया है कि चाहे कोई कितने ही बडे पद पर आसीन  हो, यदि वह गलती करेगा तो उसके विरूद्ध कार्रवाई अवश्य होगी। 
प्रदेश प्रवक्ता संजय राय ने कहा कि उत्तर प्रदेश में धारणा बन गई थी कि बडी सी बडी घटना या अपराध होने के बाद भी किसी बडे़ अधिकारी पर कार्रवाई नहीं हो सकती। यह धारणा अनायास नहीं बनी थी बल्कि प्रदेश में 14 वर्ष सपा-बसपा की सरकारों में ऐसा ही हुआ भी। जब बसपा की सरकार में अपराध व बड़ी घटनाएं होती थी उस समय सपा के लोग अधिकारियों को जेल में भेजने का भाषण देते थे और जब सपा की सरकार होती थी तो बसपा जेल में डालने के लिए विरोध का झूठा स्वांग रचा करती थी। सरकार बनने के बाद दोनों ही पार्टियां घोटालों के मामले में मौन साधे रखती थी क्योंकि उन्हें डर लगता था कि यदि हम भ्रष्टाचारियों व अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही करेंगे तो जब दूसरी सरकार आएगी तब हमें भी जेल की हवा खानी पडेगी। चंूकि भ्रष्टाचार में दोनों ही पार्टियां आंकठ डूबी थी। इस लिए एक दूसरे को बचाती रही। इसी सिद्धान्त के कारण सपा-बसपा सरकार में अधिकारी व मंत्री निर्भीक होकर लूट मचाये रहते थे और चोर-चोर  मौसेरे भाई की उक्ति को चरितार्थ करते थे। 
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं के परिश्रम एवं पार्टी की नीतियों के कारण 2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद भ्रष्ट एवं निष्क्रिय अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही करने के कारण यह आम धारणा बनी है कि योगी सरकार में कोई भी अधिकारी चाहे जितने ऊंचे ओहदें पर होगा तो भी गलती करने के बाद उस पर कार्यवाही अवश्य होगी। शीर्ष अधिकारियों के विरूद्ध की गई कार्यवाही से प्रदेश की जनता खुश है और यह जान रही है कि सरकार जीरो टालरेंस की नीति पर ठीक प्रकार से कार्य कर रही है। इसी क्रम मे प्रदेश के लगभग 600 से अधिक अधिकारियों के विरूद्ध विभिन्न प्रकार की दण्डात्मक कार्यवाही की जा चुकी है।  


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