एयर मार्शल डी चौधरी राष्‍ट्रीय रक्षा कॉलेज के नए कमांडेंट

एयर मार्शल डी चौधरी ने वाइस एडमिरल श्रीकांत से राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज के नए कमांडेंट का पदभार ग्रहण किया। इस नियुक्ति से पहले एयर मार्शल चौधरी पश्चिमी वायु कमान, मुख्यालय, नई दिल्ली में वरिष्ठ वायुसेना अधिकारी थे।


एयर मार्शल चौधरी राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र हैं। वे 22 दिसंबर, 1983 को वायुसेना के लड़ाकू दल में शामिल किए गए थे। एयर मार्शल चौधरी रॉयल कॉलेज ऑफ डिफेंस स्टडीज, ब्रिटेन के भी छात्र रहे हैं। उन्‍होंने किंग्स कॉलेज लंदन से सामरिक एवं अंतर्राष्‍ट्रीय सुरक्षा विषय में पोस्‍ट ग्रेज्‍युट किया और रक्षा एवं सामरिक अध्ययन में एम.फिल की डिग्री भी हासिल की।


उन्‍हें मिग-21, मिग-27, मिग-29 और एसयू-30 विमान के सभी प्रकारों के उड़ान का अनुभव है। वह फाइटर कॉम्बैट लीडर और इंस्ट्रूमेंट रेटिंग एग्जामिनर हैं। उन्होंने प्रतिष्ठित टैक्टिक्स और एयर कॉम्बैट डेवलपमेंट प्रतिष्‍ठान और कम्पोजिट बैटल रिस्पॉन्स एंड एनालिसिस (कोबरा) समूह के प्रमुख के अलावा एक फ्रंटलाइन फाइटर स्क्वाड्रन और दो फ्रंटलाइन फाइटर बेस की कमान संभाली है। वे रणनीतिक, परिचालन और सामरिक स्तरों पर हवाई संचालन की योजना और निष्पादन में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं। उन्होंने वायु मुख्यालय और परिचालन कमान मुख्यालय में महत्वपूर्ण पदों पर काम किया हैं।


27 अप्रैल, 1960 को स्थापित राष्‍ट्रीय रक्षा कॉलेज रक्षा मंत्रालय के तहत एक प्रमुख संस्थान है और यह राष्ट्र के सामरिक शिक्षा का सर्वोच्च संस्थान है। इसमें “राष्ट्रीय सुरक्षा एवं सामरिक अध्ययन” पर 47 सप्ताह की अवधि का प्रतिष्ठित वार्षिक पाठ्यक्रम चलाया जाता है जिसकी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत मांग है। वर्तमान में इसके पूर्व छात्रों की संख्या लगभग 4000 है जो कई अहम जिम्मेदारियां निभा रहे हैं।


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