जोहानिसबर्ग, : नव नियुक्त मुख्य कोच मार्क बाउचर ने कहा है कि वह एबी डिविलियर्स सहित हाल में संन्यास लेने वाले कुछ खिलाड़ियों को अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप से पहले दक्षिण अफ्रीका की टीम में वापसी के लिए मनाने का प्रयास कर सकते हैं।
बाउचर को शनिवार को 2023 तक दक्षिण अफ्रीका का मुख्य कोच नियुक्त किया गया और उनका पहला बड़ा टूर्नामेंट आस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप होगा जिसमें अभी 10 महीने का समय है।
'ईएनपीएनक्रिकइंफो' ने बाउचर के हवाले से कहा, ''जब आप विश्व कप में जाते हैं तो आप चाहते हैं कि आपके सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी आपके लिए खेलें। अगर मैं मानता हूं कि वह (डिविलियर्स) हमारे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक है तो मैं उसके साथ बात क्यों नहीं करना चाहूंगा। मैं अभी पद संभाला है, मैं कुछ खिलाड़ियों के साथ बात कर सकता हूं और देखूंगा कि वे किसी स्थिति में हैं।''
उन्होंने कहा, ''आप विश्व कप में अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चाहते हैं और अगर इसके लिए आपको मीडिया, टीम के साथियों के साथ कुछ मुद्दों को सुलझाने की जरूरत पड़े और यह दक्षिण अफ्रीका के लिए अच्छा हो तो फिर ऐसा क्यो नहीं करें।''
दक्षिण अफ्रीका के महानतम खिलाड़ियों में से एक माने जाने वाले पूर्व कप्तान डिविलियर्स ने पिछले साल मार्च में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था और अब दुनिया भर के फ्रेंचाइजी आधारित टूर्नामेंटों में खेल रहे हैं।
बाउचर ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका को टी20 विश्व कप में अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की जरूरत है और वह कोलपैक करार करने वाले खिलाड़ियों की उपलब्धता का स्वागत करेंगे।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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