नयी दिल्ली, : सोमवार की सुबह राष्ट्रीय राजधानी भीषण कोहरे की गिरफ्त में रही और इस दौरान दृश्यता बेहद कम रही। कोहरे के चलते ट्रेन एवं विमान सेवाएं प्रभावित रहीं। कुछ वेधशालाओं में दृश्यता नहीं के बराबर दर्ज की गई।
न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस मौसम के औसत तापमान से चार डिग्री कम है और हवा में नमी का स्तर 100 प्रतिशत दर्ज किया गया।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता सुबह आठ बजकर 38 मिनट पर गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई। इस दौरान एक्यूआई 450 रहा।
सफदरजंग और पालम वेधशालाओं में सुबह साढ़े आठ बजे दृश्यता शून्य मीटर दर्ज की गई। वहीं सुबह साढ़े पांच बजे सफदरजंग में दृश्यता 100 मीटर और पालम में शून्य मीटर दर्ज की गई थी।
घने कोहरे के चलते तीन उड़ानों का मार्ग दिल्ली हवाई अड्डे से परिवर्तित कर दिया गया लेकिन सुबह सात बजे के एक अपडेट के मुताबिक, हवाईअड्डे के एक अधिकारी ने कहा, “अब तक कोई भी उड़ान रद्द नहीं की गई।”
रेलवे के एक अधिकारी के मुताबिक 30 ट्रेनें देरी से चल रही हैं और यह देरी दो से साढ़े सात घंटे के बीच है।
दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी साढ़े सात घंटे की देरी से चल रही है।
मौसम वैज्ञानिकों ने दिन भर आसमान साफ रहने और अधिकतम तापमान 16 डिग्री के आस-पास रहने का अनुमान जताया है। साथ ही उन्होंने दिल्ली-एनसीआर में कुछ स्थानों पर जबर्दस्त ठंड रहने का अनुमान जताया है।
मंगलवार को भी इसी तरह का कोहरा देखने को मिल सकता है और न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने की संभावना है।
राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार, 28 दिसंबर इस मौसम के सबसे ठंडे दिन के तौर पर दर्ज किया गया जब न्यूनतम तापमान सुबह 2.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था।
रविवार को दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर न्यूनतम तापमान अलग-अलग दर्ज किया गया। आयानगर में यह 2.5 डिग्री, लोधी रोड में 2.8 डिग्री, पालम में 3.2 डिग्री और सफदरजंग में 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कल शाम को औसत अधिकतम तापमान 15.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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