अमरोहा। दिल्ली के रानी झांसी रोड के निकट स्थित अनाज मंडी के एक मकान में हुए भीषण अग्निकांड में मरने वालों की आत्मा की शांति के लिए पीएसी के चेयरमैन व पूर्व केबिनेट मंत्री महबूब अली के आवास पर शोकसभा का आयोजन किया गया। जिसमें बोलते हुए श्री अली ने कहा कि दिल्ली की इस घटना में 43 लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। इस घटना से सभी व्यथित हैं। उन्होंने कहा कि जिन परिवारों के लोग इस घटना में मारे गये हैं, उनके दुख में वह बराबर शरीक हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 25 लाख का मुआवजा देने की मांग की। तत्पश्चात दो मिनट का मौन धारण कर मृतकों की आत्मा की शांति की कामना की गई। इस मौके पर मुखतार नकवी, अजीम एड., फैसल जफर, शशिकांत गोयल, वीरभान िंसह यादव, आलेमीन सैफी, आलम लतीफ, मरगूब सिद्दीकी, कमर नकवी, तौसीफ चड्ढा, सादिक पहलवान, सईद अंसारी, फरमान मलिक, उजैर मंसूरी, बाबी भगत सिंह, जब्बार अंसारी, रामौतार शर्मा, बब्बू मंसूरी आदि मौजूद रहे
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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