बरेली (उप्र), : चलती ट्रेन से कथित रूप से गिरकर एक महिला घायल हो गयी है। पुलिस ने बताया कि घटना बृहस्पतिवार की है, जब 27 वर्षीय महिला काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस से लखनऊ जा रही थी।
पुलिस के अनुसार महिला पितांबरा स्टेशन के निकट पटरी के किनारे घायल पड़ी थी। राहगीरों ने उसे देखकर पुलिस को फोन किया और पुलिस ने उसे अस्पताल में दाखिल कराया।
जीआरपी बरेली प्रभारी किशन अवतार ने बताया कि पुलिस घटना की जांच कर रही है। अगर महिला शिकायत करती है तो प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
फरीदपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी डाक्टर बासित अली ने बताया कि महिला के सिर में छह टांके लगे हैं। वह रात दस बजे अपने रिश्तेदारों के साथ चली गयी।
मीडिया में आयी कुछ खबरों में कहा गया है कि महिला को चलती ट्रेन से कुछ शोहदों ने फेंक दिया था क्योंकि वह छेड़खानी का विरोध कर रही थी।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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