न्यूयार्क, : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि वैश्विक आर्थिक नरमी से कुछ हद तक भारत प्रभावित हुआ है। हालांकि उन्होंने भरोसा जताया कि देश जल्दी ही इस कठिन स्थिति से बाहर आ जाएगा।
अमेरिका-भारत 2+2 मंत्री स्तरीय वार्ता के लिये सोमवार को यहां पहुंचे सिंह ने भारतीय महावाणिज्य दूतावास द्वारा शैक्षणिक संगठन एशिया सोसाइटी में आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित करते हुए यह बात कही। मंत्री स्तरीय वार्ता वाशिंगटन में 18 दिसंबर (रिपीट 18 दिसंबर) को होगी।
उन्होंने कहा कि फिलहाल दुनिया भर में आर्थिक नरमी की चर्चा है। ''मैं भी स्वीकार करता हूं कि वैश्विक आर्थिक नरमी है और भारत भी इससे कुछ हद तक प्रभावित हुआ है। लेकिन मैं पूरे भरोसे के साथ कह सकता हूं कि भारत कुछ ही महीनों में इस कठित स्थिति से निकल आएगा।''
रक्षा मंत्री ने कहा कि यह भारत के लिये कोई बड़ी चिंता की बात नहीं है क्योंकि सरकार ने कई बड़े कदम उठाये हैं और आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये आर्थिक पैकेज की घोषणा की है।
उन्होंने कहा, ''हम केवल उपभोक्ता मांग में वृद्धि कर वैश्वक आर्थिक वृद्धि का सामना कर सकते हैं और उससे निपट सकते हैं।'' उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने कई संरचनात्मक और प्रक्रियागत सुधार किये हैं जिसका प्रभाव अब दिख रहा है।
सिंह ने कहा, ''वैश्विक आर्थिक मंदी के बावजूद भारत इससे प्रभावित नहीं हुआ क्योंकि अन्य देशों के मुकाबले भारत की उपभोक्ता मांग तुलनात्मक रूप से बेहतर है। हम निश्चित रूप से इस कठिन स्थिति से बाहर आ जाएंगे।''
भारत की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में महत 4.5 प्रतिशत रही। वृद्धि दर लगातार छह तिमाही से घट रही है। इसका प्रमुख कारण मांग कम होने से विनिर्माण क्षेत्र में नरमी है।
मंत्री स्तरीय वार्ता में सिंह के अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर की अमेरिकी विदेश मंत्री माइकल पोम्पियो ओर रक्षा मंत्री मार्क एस्पर के साथ 18 दिसंबर को बातचीत होगी।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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