सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

बलात्कार मामलों में बिना देरी के न्याय सुनिश्चित होना चाहिए: नायडू

गांधीनगर, :  उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने पुलिस द्वारा त्वरित जांच के साथ बलात्कार के अपराध को रोके जाने की आवश्यकता पर रविवार को जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना न्यायपालिका का कर्तव्य है कि न्याय ''लगातार देरी'' के बिना दिया जाए, हालांकि ''त्वरित न्याय'' नहीं हो सकता।

उन्होंने कहा कि बलात्कार के अपराध को बिना किसी भेदभाव के रोका जाना चाहिए या इसे राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए।

उपराष्ट्रपति का यह बयान 16 दिसम्बर, 2012 को निर्भया सामूहिक बलात्कार-हत्या मामले के सात साल पूरे होने की पूर्व संध्या पर आया है। हालांकि उन्होंने अपने भाषण में इस घटना का उल्लेख नहीं किया।

केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने हाल में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को दिल्ली सरकार की उस सिफारिश को भेजा है जिसमें सामूहिक बलात्कार मामले के दोषियों में से एक की दया याचिका खारिज किये जाने की बात कही गई है।

नायडू गुजरात में गांधीनगर के कराई गांव में राज्य पुलिस अकादमी में एक समारोह को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा, ''महिलाओं और बच्चों के खिलाफ, विशेषकर जघन्य अपराधों की बढी संख्या मुझे परेशान करती है। हम देशभर में यहां-वहां इस तरह की घटनाओं को सुन रहे हैं।''

उपराष्ट्रपति ने कहा, ''मैं देश के राजनीतिक दलों से चाहता हूं कि इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाये और इसे राजनीतिक रंग न दे।''

उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध को ''बिना किसी भेदभाव के खत्म किया जाना चाहिए।''

उन्होंने कहा, ''पुलिस का रवैया लोगों और महिलाओं के साथ सहयोगपूर्ण होना चाहिए और महिलाओं के खिलाफ अपराधों से दक्षता के साथ निपटा जाना चाहिए। पुलिस को हर शिकायत को बिना किसी भेदभाव के दर्ज करना चाहिए, जांच जल्द से जल्द पूरी जांच करनी चाहिए और जल्द से जल्द मुकदमा शुरू करना चाहिए।''

न्यायपालिका से अपील करते हुए नायडू ने कहा कि न्यायिक जांच जल्द से जल्द पूरी की जानी चाहिए और इस तरह की आपराधिक प्रवृत्ति पर ''अंकुश'' लगाने के लिए जल्द से जल्द दोषियों को सजा दी जानी चाहिए।

हाल में हैदराबाद और उन्नाव में बलात्कार और हत्या की घटनाओं से देशभर में लोगों के बीच आक्रोश देखा गया था।

उन्होंने कहा कि पुलिस को तेजी से जांच करनी चाहिए और इस तरह के अपराधों में जल्द से जल्द आरोप पत्र दायर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि साथ ही न्यायपालिका को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ''लगातार देरी'' नहीं हो।

नायडू ने कहा, ''न्यायपालिका का भी एक कर्तव्य है। आप त्वरित न्याय नहीं कर सकते, लेकिन आपके पास निरंतर देरी नहीं हो सकती। यह सभी को समझना होगा।''

हाल में हैदराबाद में एक महिला पशु चिकित्सक के बलात्कार और हत्या मामले में गिरफ्तार चार संदिग्ध तेलंगाना पुलिस के साथ हुई एक कथित मुठभेड़ में मारे गये थे।

उपराष्ट्रपति ने कहा, ''यह महत्वपूर्ण है कि हम ऐसे अपराधों की जांच के लिए पुलिस की एक विशेष टीम का गठन करें और संकट की स्थिति में महिलाओं और बच्चों के लिए सुरक्षित स्थान बनने चाहिए। हर एक पुलिस अधिकारी को ऐसे अपराधों के पीड़ितों के बारे में संवेदनशील होना चाहिए।''

उन्होंने कहा कि इस तरह के अपराधों के पीड़ितों के साथ सम्मान और करुणा के साथ पेश आना चाहिए। ''इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि प्राथमिकी दर्ज करने और जांच करने में कोई देरी नहीं होनी चाहिए।''

नायडू ने पुलिस बल में ''सुरक्षाकर्मियों की कमी और भ्रष्टाचार''को लेकर भी चिंता जताई।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इंडिया गठबंधन की सफलता में अल्पसंख्यकों की सबसे बड़ी भूमिका- शाहनवाज़ आलम

  लखनऊ, 12 जून 2024 . लोकसभा चुनाव में भले जीत एनडीए की हुई हो लेकिन राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी को देश ने नेता माना है. इंडिया गठबंधन को मिली सफलता में अल्पसंख्यक समुदाय खासकर मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा रोल है जिसे अल्पसंख्यक कांग्रेस ने अंजाम दिया. ये बातें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने अल्पसंख्यक कांग्रेस द्वारा आयोजित आभार और चुनाव समीक्षा बैठक में कहीं. बैठक को संबोधित करते हुए अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग के साथ दलित, पिछड़े और अति पिछड़े वर्गों ने राहुल और प्रियंका गाँधी के सामाजिक न्याय, सीएए- एनआरसी विरोधी स्टैंड, जातिगत जनगणना, आरक्षण पर लगे 50 प्रतिशत की पाबंदी को हटाने के लिए किये गए वादों से प्रभावित होकर वोट दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इन तबकों के सवालों पर लगातार संघर्ष करती रहेगी.  शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सीएसडीएस के आंकड़ों से यह साबित हुआ है कि पूरे देश में मुसलमान, दलित और पिछड़े कांग्रेस के मुख्य बेस वोटर रहे. वहीं कथित ऊँची जातियों का 70 प्रतिशत वोट भाजपा को गया. इस सवर्ण वोट बैंक को कां...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।