वाशिंगटन/लंदन, अमेरिका, ब्रिटेन, इजराइल, कनाडा और सिंगापुर समेत कई देशों ने अपने नागरिकों को भारत में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन से गुजर रहे पूर्वोत्तर क्षेत्र की यात्रा करने के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी है।
बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से उत्पीड़न के चलते भारत पहुंचे गैर मुस्लिमों को नागरिकता प्रदान करने पर केंद्रित इस नए संशोधित नागरिकता कानून से पूर्वोत्तर में जनाक्रोश फैला हुआ है। लोगों को डर है कि इससे अवैध प्रवासन की समस्या और बिगड़ सकती है।
अमेरिका ने प्रदर्शन के केंद्र असम की आधिकारिक यात्राएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी हैं।
परामर्श में कहा गया है, '' भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में अमेरिकी नागरिकों को नागरिकता (संशोधन) विधेयक को मंजूरी मिलने से हो रहे प्रदर्शन और हिंसा की खबरों के मद्देनजर सावधानी बरतनी चाहिए। कुछ क्षेत्रों में सरकारी कर्फ्यू लगाया गया है। इंटरनेट और मोबाइल संचार सेवाएं बाधित हो सकती हैं। विभिन्न हिस्सों में आवाजाही प्रभावित हो सकती है।''
नयी दिल्ली में अमेरिकी दूतावास ने भी पूर्वोत्तर में रहने वाले अपने नागिरकों को के लिए ' क्या करना चाहिए और क्या नहीं' की सूची जारी की है।
ब्रिटिश सरकार ने भी अपने नागरिकों को भारत के पूर्वोत्तर राज्यों की यात्रा करने को लेकर आगाह करते हुए नया यात्रा परामर्श जारी किया है।
सभी देशों के लिए फॉरेन एंड कॉमनवेल्थ ऑफिस (एफसीओ) द्वारा नियमित रूप से अद्यतन किए जाने वाले नियमित यात्रा परामर्श खंड में ब्रिटिश नागरिकों को इस क्षेत्र की अति आवश्यक यात्रा के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी गयी है।
सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने भी पूर्वोत्तर भारत के लिए यात्रा नोटिस जारी किया है और अपने नागरिकों को वहां की यात्रा के दौरान सतर्कता एवं सावधानियां बरतने की सलाह दी है।
सिंगापुर के खबरिया चैनल न्यूज एशिया ने विदेश मंत्रालय के हवाले से कहा, '' सड़कों पर हो रहे प्रदर्शन, कुछ उड़ानों और ट्रेन सेवाओं के रद्द हो जाने के कारण यात्रा की स्थिति कठिन है। मोबाइल डाटा भी कुछ क्षेत्रों तक सीमित कर दिया गया है। बदलती हुई स्थिति के मद्देनजर यात्री स्थानीय खबरों के माध्यम से अपने आप को नयी चीजों से वाकिफ रखें और निजी सुरक्षा के लिए जरूरी एहतियात बरतें, भीड़भाड़ वाले स्थानों पर न जाएं।''
कनाडा ने अपने नागरिकों को अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम और नगालैंड की गैर जरूरी यात्राएं टालने की सलाह दी है।
इजराइल ने अपने यात्रियों को हिंसक प्रदर्शन के चलते असम बिलकुल नहीं जाने की सलाह दी है।
पूर्वोत्तर राज्यों में रहने वाले अपने नागरिकों को इजराइल ने अधिकारियों के निर्देशों के अनुसार काम करने की सलाह दी है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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