लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अमरोहा के पूर्व सांसद चौधरी चंद्रपाल सिंह के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति तथा संतप्त परिवार को यह दुःख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है।
अखिलेश यादव ने कहा है कि चौधरी चंद्रपाल सिंह सदैव किसानों की आवाज विधानसभा से लेकर संसद तक जोरदार तरीके से उठाते थे। चौधरी चरण सिंह जी के वे विश्वासपात्रों में थे। चौधरी साहब ने चंद्रपाल सिंह को भारतीय लोकदल का राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष भी बनाया था। उत्तर प्रदेश सरकार में वे कैबिनेटमंत्री भी रहे थे। चन्द्रपाल सिंह जी ताउम्र चेयरमैन नाम से विख्यात रहे।
चौधरी चंद्रपाल सिंह ने पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से सार्वजनिक जीवन में जनता की सेवा की थी। उन्हें हरदम किसानों की चिंता रहती थी। उनका अखिलेश यादव जी के प्रति बहुत भरोसा रहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए समाजवादी सरकार में उत्तर प्रदेश को विकास के रास्ते पर ले जाकर बुनियादी ढांचा विकसित कर मानक निर्धारित किया।
चौधरी चंद्रपाल सिंह के पुत्र सर्वजीत सिंह भी सामाजिक एवं राजनीतिक तौर पर सक्रिय है। उनकी पुत्रवधू अमरोहा जिला पंचायत की अध्यक्ष रही हैं।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
टिप्पणियाँ