लखनऊ : , भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कानपुर के किदवई नगर में के.-ब्लॉक स्थित अलंकार गेस्ट हाउस में आयोजित विधान परिषद की स्नातक/शिक्षक सीट के चुनाव की तैयारी संबंधी बैठक में भाग लिया। विधान परिषद की स्नातक शिक्षक प्रयाग-झांसी और आगरा सीट भारतीय जनता पार्टी कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र में आते हैं। क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई इस बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में आए हुए स्वतंत्र देव सिंह ने कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र के जिला अध्यक्षों, स्नातक शिक्षक विधान परिषद के चुनाव के संयोजको, जिलों के चुनाव संयोजक और विधानसभाओं के चुनाव संयोजकों को संबोधित करते हुए कहा कि उक्त चुनाव में वोटर बनने के लिए 20 नवंबर आखिरी तिथि है। आप सब प्रयास करें कि अधिक से अधिक संख्या में वोटर अपना पंजीकरण कराएं और चुनाव में भारी सहभागिता कर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को विजयी बनाएं। शिक्षक व स्नातक चुनाव में एक-एक कार्यकर्ता पूरी ऊर्जा के साथ कमर कस चुका है और इसके परिणाम पार्टी को सभी सीटों पर बड़ी जीत दिलायेंगे। भाजपा प्रत्येक चुनाव में पूरी गंभीरता और तैयारी के साथ जनता के बीच पहुंचती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भय, भूख, भ्रष्टाचार रहित जनकल्याणकारी सरकारों ने सभी के विश्वास को जीता है और लोककल्याणकारी सरकारों ने जन-जन के जीवन में खुशहाली लाने का काम किया है। इसके साथ ही भाजपा के परिश्रमी निष्ठावान कार्यकर्ताओं ने पार्टी को जन-जन के मन तक पहुंचाया है और यही कारण है कि भाजपा चुनाव दर चुनाव विजय की नई इबारत लिख रही है। विधान परिषद चुनावों में भी भाजपा शत प्रतिशत सफलता प्राप्त करेंगी।
कार्यक्रम में प्रदेश सरकार में मंत्री नीलिमा कटियार, प्रदेश महामंत्री सलिल विश्नोई, प्रदेश मंत्री अमरपाल मौर्य, क्षेत्रीय संगठन मंत्री भवानी सिंह, एमएलसी अरुण पाठक, मूलचंद आदि थे।
प्रदेश अध्यक्ष ने कानपुर दक्षिण और कानपुर उत्तर जिले के सभी नव मनोनीत मंडल अध्यक्षों से अलग से भेंट कर उनको शुभकामनाएं भी दीं।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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