वॉशिंगटान, : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 'थैंक्सगिविंग' के मौके पर अचानक अफगानिस्तान पहुंचकर तालिबान के साथ एक बार फिर शांति वार्ता शुरू करने का ऐलान किया, लेकिन अपने सैनिकों को वहां से वापस बुलाने की कोई समयसीमा देने से मना कर दिया।
'बगराम एयर फील्ड' में गुरुवार को पत्रकारों के तालिबान से दोबारा बातचीत शुरू करने के सवाल पर कहा ट्रम्प ने कहा, ''हां''।
उन्होंने कहा, ''तालिबान समझौता करना चाहता है और हम उनसे मिलने वाले हैं। जब हम संघर्ष विराम चाहते थे, वे संघर्ष विराम नहीं चाहते थे और अब वे संघर्ष विराम चाहते हैं। मुझे लगता है कि ऐसे यह सफल हो पाएगा।''
राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका ने पिछले छह महीने में काफी प्रगति की है और उसके साथ ही अपने सैनिक भी वापस बुला रहा है।
अफगानिस्तान में अमेरिका के सबसे बड़े हवाई क्षेत्र में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ जल्दबाजी में आयोजित द्विपक्षीय बैठक के दौरान उन्होंने संवाददाताओं से कहा, '' हम तब तक वहां रहेंगे जब तक की कोई समझौता नहीं हो जाता या हमारी पूरी तरह जीत नहीं हो जाती और वे समझौता करने को उत्सुक हैं।''
ट्रम्प ने इस बात की पुष्टि की कि वह अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की संख्या घटाकर 8,600 करना चाहते हैं। अभी वहां 14000 अमेरिकी सैनिक हैं, हालांकि सैन्य अधिकारियों ने इस आंकड़े की पुष्टि नहीं की है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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