मुजफ्फरनगर, : शामली जिले के अहाता गोस गढ़ गांव में चार लोगों ने 30 वर्षीय दलित महिला के साथ कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। यह घटना गुरुवार को तब हुई जब महिला शौच के लिए खेतों में गई थी।
पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला को खीचकर गन्ने के खेत में ले गए और सामूहिक बलात्कार किया। आरोपियों ने विरोध करने पर पीड़िता की पिटाई भी की।
थानाभवन थाना प्रभारी संदीप बालियान ने बताया तीनों आरोपियों की पहचान सचिन, सोसिंग और रोहित के रूप में की हुई है और चौथे आरोपी की पहचान अभी तक नहीं हो पायी है। सभी आरोपी फरार हैं। उन्होंने कहा कि पीड़िता के पति की तहरीर पर संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि पीड़िता को चिकित्सीय परीक्षण के लिए भेज दिया गया है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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