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सीकर नगरपरिषद सभापति चुनाव मे तीन उम्मीदवारों के मध्य मुकाबला

सीकर : कुल पेंसठ सदस्यों वाली सीकर नगरपरिषद के सभापति चुनाव के लिये कांग्रेस-भाजपा व एक अन्य निर्दलीय उम्मीदवारों के नामजदगी का आज पर्चा दाखिल होने के बाद 26-नवम्बर को मतदान होने पर बहुमत के आधार पर कांग्रेस उम्मीदवार जीवण खां का सभापति निर्वाचित होना लगभग तय माना जा रहा है।
             


कुल निर्वाचित पेंसठ वार्ड पार्षदों मे छत्तीस कांग्रेस, अठारह भाजपा, दस निर्दलीय व एक माकपा का है। कांग्रेस नेता अपने पास अपने छत्तीस के अलावा चार-निर्दलीय पार्षदों का समर्थन होने का दावा कर रहे है। जिनमे से दो चार को छोड़कर बाकी सभी कांग्रेस द्वारा की गई बाड़ेबंदी मे शामिल है। इसके अलावा भाजपा की तरफ से नामांकन दाखिल करने वाले अशोक चोधरी के पक्ष मे अपने अठारह सदस्यो के अलावा दो निर्दलीय पार्षदो का समर्थन होना माना जा रहा है। वही शुमाना, अनिशा, अंकित व मनीष जोया सहित चार निर्दलीय व एक फरजाना नामक माकपा सदस्य अभी भी अपने स्तर पर स्वतंत्र रुप से रह रहे बताते है।
             


 हालांकि कांग्रेस की तरफ से वर्तमान सभापति जीवण खां स्वयं सभापति पद के लिये आज अपना नामांकन दाखिल करके बाड़ेबंदी मे बंद कांग्रेस पार्षदों के पास पहुंच चुके है। कांग्रेस सुत्र बताते है कि किसी पार्षद का मन ना डोले एवं बगावत एवं क्रोस वोटिंग की सम्भावना पूरी तरह खत्म बनाये रखने के लिये कांग्रेस पार्षद व समर्थक निर्दलीय पार्षदों को मतदान तक बाड़ेबंदी मे रखा जायेगा। उनको 26-नवम्बर को सीधा मतदान स्थल पर लाकर मतदान किया जाना माना जा रहा है। इसी तरह भाजपा की तरफ से सभापति पद के लिये नामांकन दाखिल करने वाले अशोक चोधरी व उनकी पार्टी अपने सदस्यों व समर्थक निर्दलीयों पार्षद पर नजर रखने के साथ अन्य मतो के जुगाड़ मे लगे बताते है। तीसरे निर्दलीय उम्मीदवार मोहम्मद तोफिक के पास एक प्रस्तावक पार्षद का मत तो है ही। पर किन मतो के आने की उम्मीद पर नामांकन दाखिल किया है। उसका आंकलन करना मुश्किल है।
        


कुल मिलाकर यह है कि कोई बडा उलटफेर ना हो तो संख्या बल के मुताबिक कांग्रेस उम्मीदवार जीवण खा का 26-नवम्बर के मतदान के बाद फिर से सभापति निर्वाचित होना लगभग तय माना जा रहा है। दूसरी तरफ बीना पार्षद के हाईब्रिड सिस्टम के तहत मोहम्मद तोफिक का नामांकन दाखिल होना चर्चा का विषय बना हुवा है।


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