संवेदनहीन हो चुकी है योगी सरकार : अजय कुमार लल्लू


लखनऊ :  उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू  ने कानपुर दौरा कर डेंगू पीड़ित गांव खेड़ा मऊ, सरैया दस्तरखान, बरनपुरवा और पिहानी गांव गये।  
सिर्फ पिहानी गांव में डेंगू से 17 लोगों की एक महीने के अंदर मौत हुई है और हर घर में दूसरा या तीसरा सदस्य डेंगू से पीड़ित है लेकिन प्रशासन इस पर आंख मूंदे हुए है और आंकड़ों का हेरा फेरी कर रहा है।
मृतकों को डेंगू से पीड़ित नहीं घोषित कर रहा है जबकि इन गांवों में हालत यह है कि डेंगू से हर दूसरे परिवार का एक सदस्य मर रहा है या बीमार है। पिहानी गांव में ममता और प्रियंका एक ही घर की दो लड़कियों की मौत हुई है मंजू कटियार सहित कुल 17 लोग पिहानी गांव में मरे हैं।
इसी गांव के ग्रामीण निजाम मरणासन्न पड़े हुए हैं वे इलाज के अभाव में जिन्दगी और मौत से जूझ रहे हैं इनके ही परिवार के 12 सदस्य डेंगू और बुखार से पीड़ित है।
मकनपुर, बिल्हौर, देहात और सिंगरौली केा मिलाकर इन जगहों में 130 से 135 लोग डेंगू से मरे हैं लेकिन प्रशासन इसको छुपाने के लिए तमाम तरह से प्रयास कर रहा है। यहां तक कि प्रशासन द्वारा डेंगू से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार व कीट भी उपलब्ध नहीं करा रहा है। न ही इन गांवों में डेंगू निवारण के लिए मच्छरों को मारने के लिए दवा का छिड़काव किया गया है। कानपुर देहात और नगर मिलाकर लगभग एक हजार से अधिक लोग डेंगू से प्रभावित हैं।
पनकी कूड़ा निस्तारण व्यवस्था ध्वस्त होने की वजह से लगभग दो किलोमीटर तक आसपास के इलाकों में कूड़े का पहाड़ जमा हो गया है। यहां तक कि नगर निगम का आफिस और उसके लगे स्कूल के चारों तरफ कूड़े का ढेर लग गया है जो लगातार जल रहा है जिससे धुआं और बदबू ने पूरे शहर को आगोश में ले लिया है।


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