सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने उ0प्र0 राज्य भण्डारण निगम में आयोजित 66वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह का शुभारम्भ किया


लखनऊ: विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी 14 नवम्बर से 20 नवम्बर, 2019 तक 66 वें अखिल भारतीय सहकारिता सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है, इस वर्ष के सहकारी सप्ताह का मुख्य विषय ''त्वसम व िबववचमतंजपअमे पद छमू प्दकपं'' है। सप्ताह के सातों दिवसों को उद्देश्यवार मनाये जाने के कार्यक्रम के अन्र्तगत उ0प्र0 राज्य भण्डारण निगम के प्रांगण में सहकारिता विभाग की शीर्ष सहकारी संस्थाआंे में से एक उ0प्र0 राज्य भण्डारण निगम  एवं उ0प्र0 राज्य उपभोक्ता सहकारी संघ लि0 द्वारा संयुक्त रूप से प्ददवअंजपवद ज्ीतवनही त्नतंस ब्ववचमतंजपअमे विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा ने की। गोष्ठी में श्री एम0वी0एस0 रामी रेड्डी, प्रमुख सचिव, सहकारिता, श्री एस0वी0एस0 रंगाराव, आयुक्त एवं निबन्धक, श्री जुनीद अहमद, विशेष सचिव, सहकारिता, श्री आन्द्रा वामसी, अपर आयुक्त एवं अपर निबन्धक (बैंकिग), अपर आयुक्त एवं अपर निबन्धकगण, शीर्ष सहकारी संस्थाओं के प्रबन्ध निदेशक, सहकारिता विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं निगम के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने भाग लिया।

श्री मुुकुट बिहारी वर्मा, सहकारिता मंत्री ने सहकारिता विभाग की शीर्ष सहकारी संस्थाओं को सुदृढ. बनाये जाने पर विशेष बल दिया, साथ ही सहकारिता विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों को दिलायेे जाने के निर्देश दिये। उन्होंने भण्डारण निगम एवं सहकारी संस्थाओं द्वारा अपनी योजनाओ एवं कार्यो को नई तकनीक को अपनाते हुए पारदर्शी बनाये जाने की बात कही।

श्री एम0वी0एस0 रामी रेड्डी, प्रमुख सचिव, सहकारिता द्वारा प्रदेश में भण्डारण क्षमता की आवष्यकता के अनुरूप भण्डारण निगम द्वारा क्षमता सृजन कराये जाने पर बल दिया। 

उ0 प्र0 राज्य भण्डारण निगम के प्रबन्ध निदेशक श्री श्रीकान्त गोस्वामी ने बताया कि निगम ज्ीम ूंतमीवनेपदह ब्वतचवतंजपवदे ।बजए 1962 के अधीन राज्य सरकार द्वारा वर्ष 1958 में स्थापित हुआ। निगम का मुख्य कार्यकलाप कृषि उपज, बीज उर्वरक, तथा अन्य अधिसूचित वस्तुओं के वैज्ञानिक भण्डारण एवं परिवहन की व्यवस्था करना। प्रदेश में निगम के 13 क्षेत्रीय कार्यालय एवं 156 भण्डारगृह संचालित है, वर्तमान में निगम की कुल भण्डारण क्षमता 41.54 लाख मै0टन (स्वनिर्मित 25.13, किराए पर 4.65, पी0ई0जी0 11.75) है। निगम द्वारा वर्ष 2017-18 में 18.32 लाख मै0टन एवं वर्ष 2018-19 में 20.41 लाख मै0टन चावल तथा वर्ष 2018-19 में 37.65 लाख मै0 टन तथा वर्ष 2019-20 में 26.13 लाख मै0टन गेहॅू का भण्डारण किया गया।

निगम द्वारा सहकारी संस्थाओं तथा किसानों को भण्डारण शुल्क में क्रमशः 10 प्रतिशत एवं 30 प्रतिशत की छूट दी जाती है साथ ही कृषकों हेतु कृषक प्रसार सेवा योजना/थ्ंतउमत म्गजमदेपवद ैमतअपबम ैबीमउम ;थ्म्ैैद्ध का संचालन किया जा रहा है जिसके तहत कृषकांे को उनके अनाज के भण्डारण एवं उनकी सुरक्षा के उद्देश्य से निगम में कार्यरत कुशल तकनीकी कार्मिकों द्वारा निःशुल्क प्रशिक्षित किया जाता है। वर्ष 2018-19 में 55028 कृषकों को प्रशिक्षित किया गया है तथा वर्ष 2019-20 में माह अगस्त तक 14152 कृषको को प्रशिक्षित किया गया है। कीट परिनाशकसेवा/ क्पेपदमिेजंजपवद म्गजमदेपवद ैमतअपबम ैबीमउम ;क्म्ैैद्ध का संचालन जिसके तहत निगम द्वारा किसानों, व्यापारियों, संस्थाओं आदि के घरांे, गोदामों आदि में भण्डारित जिंसो आदि की व्यवस्था मामूली शुल्क लेकर की जाती है। 

भारत सरकार/राज्य सरकार द्वारा कृषकों की आय को दोगुना करने के उद्देश्य से उ0प्र0 राज्य भण्डारण निगम द्वारा अपने 08 भण्डारगृहों को डब्ल्यू0डी0आर0ए0 में पंजीकरण कराया गया है तथा 13 प्रक्रियाधीन है उक्त भण्डारगृहों में कृषकों द्वारा अपने कृषि उत्पादों को भण्डारित करने पर किसी भी बैंक से ऋण प्राप्त कर सकता है इस प्रकार उ0प्र0 राज्य भण्डारण निगम द्वारा कृषकों के उपज का भण्डारण प्रारम्भ करके भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार की नीति के अनुरुप कृषकों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया जा रहा है।

इस अवसर पर उ0प्र0 राज्य उपभोक्ता सहकारी संघ लि0 के प्रबन्ध निदेशक श्री राजीव यादव ने बताया कि उ0प्र0 राज्य उपभोक्ता सहकारी संघ लि0 द्वारा उपभोक्ता के क्षेत्र में प्रदेश के किसानों के लिये मूल्य समर्थन योजना के अन्र्तगत गेहॅू/धान की खरीद का कार्य किया जाता है तथा शासन के सभी विभागों में स्टेशनरी इत्यादि की विभागीय आपूर्ति करायी जाती है, संस्था द्वारा व्यवसाय वृद्धि के उद्देश्य से अन्य विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। इस अवसर पर राज्य भण्डारण निगम के सभी अधिकारी/कर्मचारी व अन्य संस्थाओं के कर्मचारी आदि उपस्थित थे। 

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