सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

राष्ट्रपति शी चिनफिंग की चेतावनी से बेपरवाह हांगकांग के हजारों लोकतंत्र समर्थकों ने निकाली रैली

हांगकांग, :  चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की चेतावनी की परवाह नहीं करते हुए हांगकांग के लोकतंत्र समर्थकों ने शुक्रवार को लगातार पांचवे दिन अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया।

विश्वविद्यालय परिसर प्रदर्शनकारियों का केंद्र बन गए हैं। प्रदर्शनकारियों द्वारा सड़कें जाम करने और नगरीय ट्रेन में तोड़फोड़ के बाद स्थगित सेवाओं के कारण एक बार फिर कार्यालय जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

लोकतंत्र समर्थकों ने शुक्रवार को 'मध्यान्ह भोजन आपके साथ' अभियान शुरू किया जिसमें कार्यालयों में काम करने वाले अधिकतर कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। उन्होंने हाथ उठाकर और पांच उंगलिया दिखाकर नारे लगाए कि 'हम हांगकांग के साथ' हैं।

पांच उंगलियों का अभिप्राय पांच मांगों से है जो लोकतंत्र समर्थक कर रहे हैं। इनमें हांगकांग के नेता का स्वंतत्र चुनाव और पुलिस उत्पीड़न की स्वतंत्र जांच शामिल है।

मध्य जिले में वोंग उपनाम के एक 25 वर्षीय प्रदर्शनकारी कहा, ''जब 20 लाख लोगों ने शांतिपूर्ण मार्च निकाला तो सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया। अब जब पुलिस अपनी ताकत का बेजा इस्तेमाल कर रही है तो सरकार ... मानती है कि प्रदर्शनकारी ही समस्या हैं।''

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने गुरुवार को हांगकांग की नेता कैरी लाम और पुलिस का समर्थन किया और चेतावनी देते हुए कहा कि प्रदर्शनकारी 'एक देश दो प्रणाली' सिद्धांत के लिए खतरा हैं जिसके तहत अर्धस्वायत्त हांगकांग में शासन होता है।

उल्लेखनीय हांगकांग में गत जून महीने से लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। 75 लाख आबादी वाले शहर में लोग चीन के शासन के अंतर्गत लगातार कम होती आजादी का विरोध कर रहे हैं।

अबतक प्रदर्शनकारी मुख्यत: शाम को या सप्ताहांत को प्रदर्शन करते थे ताकि अंतरराष्ट्रीय आर्थिक केंद्र हांगकांग में सामान्य कामकाज हो सके। लेकिन चीन की ओर से कोई रियायत के संकेत नहीं मिलने पर प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए 'ब्लॉसम एवरीव्हेयर' अभियान शुरू किया। इसका मकसद पूरे हांगकांग में कामकाज में बाधा उत्पन्न करना और पुलिस बलों पर दबाव डालना है।

प्रदर्शनकारियों की रणनीति से इस हफ्ते पूरे हांगकांग में अराजक स्थिति उत्पन्न हो गई है। दोनों तरफ से हुई हिंसा की वजह से अबतक दो लोगों की मौत हुई है।

पांच दिन की हड़ताल का सबसे अधिक असर विश्वविद्यालयों में देखने को मिला है जो प्रदर्शनकारियों के केंद्र बने हुए हैं। दोनों तरफ से जारी हिंसा से विदेश में भी तनाव का माहौल है।

लंदन में गुरुवार को हांगकांग की न्याय सचिव टेरेसा चेंग उस समय गिर गई जब लोकतंत्र समर्थकों ने उन्हें घेर लिया। हांगकांग की नेता कैरी लाम ने शुक्रवार को इस घटना की निंदा करते हुए इसे 'बर्बर हमला' करार दिया।



टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इंडिया गठबंधन की सफलता में अल्पसंख्यकों की सबसे बड़ी भूमिका- शाहनवाज़ आलम

  लखनऊ, 12 जून 2024 . लोकसभा चुनाव में भले जीत एनडीए की हुई हो लेकिन राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी को देश ने नेता माना है. इंडिया गठबंधन को मिली सफलता में अल्पसंख्यक समुदाय खासकर मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा रोल है जिसे अल्पसंख्यक कांग्रेस ने अंजाम दिया. ये बातें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने अल्पसंख्यक कांग्रेस द्वारा आयोजित आभार और चुनाव समीक्षा बैठक में कहीं. बैठक को संबोधित करते हुए अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग के साथ दलित, पिछड़े और अति पिछड़े वर्गों ने राहुल और प्रियंका गाँधी के सामाजिक न्याय, सीएए- एनआरसी विरोधी स्टैंड, जातिगत जनगणना, आरक्षण पर लगे 50 प्रतिशत की पाबंदी को हटाने के लिए किये गए वादों से प्रभावित होकर वोट दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इन तबकों के सवालों पर लगातार संघर्ष करती रहेगी.  शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सीएसडीएस के आंकड़ों से यह साबित हुआ है कि पूरे देश में मुसलमान, दलित और पिछड़े कांग्रेस के मुख्य बेस वोटर रहे. वहीं कथित ऊँची जातियों का 70 प्रतिशत वोट भाजपा को गया. इस सवर्ण वोट बैंक को कां...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।