मुम्बई, : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के शपथ समारोह में शिरकत करने के बाद से 'लापता' राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के तीन विधायक सोमवार को मुम्बई वापस लौट आये । राकांपा के एक नेता ने सोमवार को यह जानकारी दी।
राकांपा नेता ने बताया, ''पार्टी विधायक दौलत दरोडा (शाहपुरा), नितिन पवार (कालवन) और नरहरि झिरवाल (डिंडोरी) वापस लौट आए हैं।'
वापस लौटने के बाद नितिन पवार ने कहा कि वह शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी का समर्थन करते हैं और साथ ही बताया कि उन्हें दिल्ली ले जाया गया था।
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ''हमें नयी दिल्ली ले गए थे, लेकिन जल्द ही हमें अहसास हुआ कि क्या हुआ है। हमने शरद पवार, सुप्रिया सुले और जयंत पाटिल सहित अपने शीर्ष नेताओं से सम्पर्क किया और उन्हें बताया कि हम उनके साथ हैं।''
राकांपा के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने रविवार को दावा किया था कि भाजपा एक निजी विमान में शनिवार को तीन विधायकों को दिल्ली ले गई है।
मलिक ने कहा था कि तीनों विधायक पार्टी के साथ हैं।
महाराष्ट्र में 21 अक्टूबा को हुए विधानसभा चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के खाते में 54 सीटें आयी थी ।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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