अमरोहा। मामला देहात थाना क्षेत्र के गांव कल्याणपुरा का है। यहां के रहने वाले श्रवण कुमार एडवोकेट हैं तथा उनकी शादी नगर की एक लड़की हत्या हुई थी। आरोप है कि उसका किसी और से पहले से अफेयर चल रहा था। जिसकी जानकारी एडवोकेट को नहीं थी । रिश्ता तय होने के बाद एडवोकेट श्रवण कुमार के पास पहले एक अज्ञात नाम से धमकी भरा पत्र आया। जिसमें लिखा था कि तुम मेरी महबूबा से शादी मत करना, अगर करोगे तो अंजाम बुरा होगा। जब इस बारे में दूल्हा बनने जा रहे अधिवक्ता ने ससुराल वालों से पूछा तो उन्होंने इस पत्र को झूठा साबित कर दिया। जिसके बाद सब कुछ सामान्य हो गया और श्रवण कुमार शादी की तैयारी करने लगा, लेकिन इसी बीच उसके घर पर कुछ अज्ञात लोग आए और उसके साथ जमकर मारपीट की। जिसके बाद श्रवण कुमार कार्रवाई की मांग को लेकर अपने अधिवक्ता साथियों के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। वह इस पूरे मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई चाहते है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
टिप्पणियाँ