लखनऊ : पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल में आज रेलवे के माल परिवहन के राजस्व में वृद्धि किये जाने के उदेद्श्य हेतु जोनल स्तर की एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें अपर महाप्रबन्धक अमित कुमार अग्रवाल एवं मण्डल रेल प्रबन्धक डा0 मोनिका अग्निहोत्री तथा मुख्यालय से आये प्रमुख्य मुख्य वाणिज्य प्रबन्धक आलोक सिंह एवं मुख्य वाणिज्य प्रबन्धक/एफएम, मुख्य भाड़ा परिवहन प्रबन्धक श्री बिजय कुमार तथा वाराणसी मण्डल के मण्डल रेल प्रबन्धक विजय कुमार पंजियार तथा तीनों मण्डलों के वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक एवं वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबन्धक उपस्थित थे।
बैठक का संचालन करते हुए वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक अम्बर प्रताप सिंह ने नव अगन्तुक मण्डल रेल प्रबन्धक महोदया का स्वागत करते हुए सभी अधिकारियों एवं व्यापारियों से परिचय कराया।
बैठक को संबोधित करते हुए अपर महाप्रबन्धक अग्रवाल ने कहा कि माल परिवहन के राजस्व वृद्धि हेतु व्यापारियों की सुविधाओं में प्राथमिकता प्रदान करते हुए वाणिज्य विभाग को आपसी समन्वय के साथ प्रशासनिक कार्यो का दायित्व गम्भीरता से पूरा करने की आवश्यकता है। इसके पश्चात मण्डल रेल प्रबन्धक डा0 अग्निहोत्री ने माल परिवहन के लदानों को बढ़ाने एवं राजस्व में वृद्धि के के लिए सभी मालगोदामों पर आधारभूत सुविधाऐं को बढ़ाये जाने पर बल दिया। प्रमुख्य मुख्य वाणिज्य प्रबन्धक श्री आलोक सिंह ने रेल राजस्व की आय में वृद्धि करने के उपायों पर विस्तृत चर्चा करते हुए उपस्थित अधिकारियों को निरन्तर व्यापारियों को प्राथमिकता के आधार पर क्रियान्वित करने पर बल दिया।
इस अवसर पर आर.के.श्रीवास्तव एसीएम व एस.के. संखवार एसीएम तथा आई.टी.सी लिमिटेड, सिडकुल कानकोर इंफ्रा लिमिटेड, बजाज हिन्दुस्तान शुगर लिमिटेड थाॅम्सनगंज, बजाज हिन्दुस्तान शुगर लिमिटेड सीतापुर खैराबाद, बिसवाॅ शुगर फैक्ट्री, श्रीराम लिमिटेड फर्रूखाबाद, शिवा विनियर प्राइवेट लिमिटेड, आई टेªडर्स मेहमूदाबाद के व्यापारियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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