सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

मुख्यमंत्री गहलोत व प्रदेशाध्यक्ष पायलट अलग अलग समय पर एक ही कार्यक्रम मे सीकर आयेगे


सीकर : राजस्थान मे सत्ता ओर संगठन मे टकराव होने के स्पष्ट संकेत अक्सर नजर आते रहने से आम कांग्रेस कार्यकर्ताओं मे निराशा व उदासीनता का भाव पैदा होने से पार्टी को मजबूती के बजाय कमजोर होना माना जाता है। एक फिर कल सत्ता के शीर्ष अशोक गहलोत व संगठन के शीर्ष सचिन पायलट अलग अलग समय मे अलग अलग मार्ग से सीकर आ रहे है।



              राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के पूत्र की शादी के सीकर शहर के एक विवाह स्थल मे 25-नवम्बर को आयोजित होने वाले प्रतिभोज कार्यक्रम मे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट के जयपुर से सीकर आने का जो कार्यक्रम जारी हुवा उसमे दोनो नेताओं का जयपुर से सीकर आकर एक ही कार्यक्रम मे अलग अलग समय पर भाग लेना बताया जा रहा है। जिसमे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हवाई यात्रा से सीकर सुबह दस बजे आकर ग्यारह बजे जाने का कार्यक्रम जारी हुवा है। जबकि इसके विपरीत प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट का जयपुर से सड़क मार्ग से सीकर बारह बजे आने का कार्यक्रम जारी हुवा है। सत्ता व संगठन के दोनो शीर्ष नेताओं के जारी उक्त कार्यक्रम की चारो तरफ विशेष चर्चा होने के अलावा दोनो का जयपुर से सीकर आकर एक ही कार्यक्रम मे भाग लेकर वापिस जयपुर जाना बताया गया है। तो अगर दोनो शीर्ष नेता आपसी सामंजस्य बैठाकर एक साथ सीकर आकर कार्यक्रम मे भाग लेकर जयपुर जाते तो आम कांग्रेस कार्यकर्ताओं मे एक बेहतर राजनीतिक संदेश जाता।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले मुस्लिम विरोधी हिंसक तत्वों का मनोबल बढ़ाने वाले हैं- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 9 मार्च 202 5. न्यायालयों द्वारा पिछले कुछ दिनों से दिए गए विवादित फैसलों से यह संदेश जा रहा है कि मई में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश पर आरएसएस और भाजपा अपने सांप्रदायिक एजेंडे के पक्ष में दबाव डालने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. सेकुलर सियासी दलों और नागरिक समाज को इन मुद्दों पर मुखर होने की ज़रूरत है. ये बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 185 वीं कड़ी में कहीं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज का किसी को मियां तियाँ और पाकिस्तानी कहने को अपराध नहीं मानना साबित करता है कि सुप्रीम कोर्ट के कुछ जज मुस्लिम विरोधी हिंसा में हिंसक तत्वों द्वारा प्रतुक्त होने वाली इन टिप्पणियों को एक तरह से वैधता देने की कोशिश कर रहे हैं. इस फैसले के बाद ऐसे तत्वों का न सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा बल्कि वो इसे एक ढाल की तरह इस्तेमाल करेंगे और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जाने वाले पीड़ित मुस्लिमों का मुकदमा भी पुलिस नहीं लिखेगी. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि इससे पहले भी मस्जिद के अंदर जबरन घुसकर जय श्री राम के ना...