अमरोहा। थाना नौगांवा सादात क्षेत्र के ग्राम अलीपुरा में राजपाल सिंह का परिवार रहता है। जिन के तीन बेटे हैं। कपिल कुमार पुत्र राजपाल सिंह भूमि विकास बैंक अनूपशहर में मैनेजर के पद पर तैनात हैं। दूसरा बेटा अनिल कुमार मुरादाबाद थाने में कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं। तीसरा बेटा विपिन कुमार घर पर खेतीबाड़ी करता है। घर पर उसकी पत्नी बबीता और पिता राजपाल सिंह रहते हैं। विपिन के बच्चे और माता धनोरा पढ़ाई लिखाई करते हैं। वह धनोरा अपने मकान पर ही रहते हैं। बीती रात अज्ञात चोर उनके घर में दाखिल हो गए। पति पत्नी एक मकान में सो रहे थे। पूरी हवेली चारों ओर से लॉक थी। हवेली के बाहर के जीने से चोर दाखिल होकर छत से हवेली में घुस गए और सभी कमरों से सेफ, संदूक, अलमारी से दो लाख 40 हजार की नकदी समेत 5 तोले का चैन सेट, दो तोले की अंगूठी सोने की ,5 तोले का गले का सोने का सेट ,दो तोले की सोने की चूडि़यां ,कानों के सोने के कुंडल और चांदी के जेवरात कीमती कपड़ा समेत लगभग आठ लाख की कीमत के सामान पर चोरों ने हाथ साफ कर दिया। सुबह होने पर विपिन की पत्नी बबीता झाड़ू लगाने के लिए मकान में गई।उतब सारा सामान बिखरा देख उसकी चीख निकल गई और उसने अपने पति विपिन कुमार को सूचना दी। यह खबर आग की तरह पूरे गांव में फैल गई। सभी ग्रामवासी विपिन के घर की ओर दौड़ पड़े।ग्राम वासियों के साथ विपिन कुमार ने थाने आकर अज्ञात चोरों के खिलाफ तहरीर देकर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की। थाना पुलिस कोतवाल अजय कुमार सिंह, सब इंस्पेक्टर रमेश सहरावत , हल्का एस आई जावेद आलम मौका मुआयना करने के लिए विपिन कुमार के घर पहुंचे। और जांच-पड़ताल कर चोरों को जल्द से जल्द पकड़ने का आश्वासन दिया। इस प्रकार से नौगांवा सादात में 25 नवंबर की रात को कई गाडि़यों के बैटरी अज्ञात चोरों ने चोरी कर लिए थे। जिनकी तहरीर थाने में 26 नवंबर को दे दी गई थी। नौगांवा सादात चोरों का हब बनता जा रहा है। और आए दिन चोरियों का सिलसिला जारी है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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