रांची, : भाजपा ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस डूबती नैया जिससे सभी समझदार किनारा कर लेते हैं और इसका सबसे बड़ा प्रमाण है इसके तीन निवर्तमान अध्यक्षों का हाल में पार्टी छोड़ना।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा की पूरे देश की तरह झारखंड में भी कांग्रेस का जनाधार समाप्त हो गया है और वह एक डूबती नाव है।
उन्होंने कहा कि प्रदीप बालमुचु लगभग एक दशक तक प्रदेश अध्यक्ष रहे थे। डॉ अजय कुमार तो निवर्तमान अध्यक्ष थे और उन्होंने तो अपने साथी नेताओं की तुलना अपराधियों से करते हुए कांग्रेस छोड़ा।
प्रतुल ने कहा की रघुवर दास के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के द्वारा किए गए विकास कार्य से प्रभावित होकर सुखदेव भगत ने भी कांग्रेस से किनारा किया।
उन्होंने कहा की प्रदेश अध्यक्ष राज्य में अपने दल का चेहरा होता है और जब कांग्रेस के तीन प्रदेश अध्यक्ष पार्टी छोड़ रहे हो तो यह दिखाता है की पार्टी का क्या हाल है।
प्रतुल ने कहा कि कांग्रेस के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव भी चुनाव के बाद पार्टी में कितने दिन रुक पाएंगे, यह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्षों के हालिया रिकॉर्ड को देखते हुए बता पाना बड़ा मुश्किल है।
उन्होंने कहा कि 2009 के चुनाव में कांग्रेस की 14 सीटें थीं जो 2014 में घटकर महज सात रह गई हैं। 2019 में तो कांग्रेस पूरी तरह साफ हो जाएगी।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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