कानपुर : श्याम नगर स्थित ज्वैलरी शॉप में ताला काटकर चोरों ने चांदी के बर्तन और हीरे के जेवर पार कर दिये। सुबह जानकारी के बाद घटनास्थल पर पहुंची पुलिस और डॉग स्क्वायड ने पड़ताल की। वहीं घटना के बाद से क्षेत्रीय दुकानदारों में रोष का माहौल है और घरों में लोग दहशतजदा है।राजीव नगर लालबंगला निवासी नितिन सिंह की श्याम नगर में पुल के नीचे नितिन ज्वेलर्स के नाम से दुकान है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार रात करीब नौ बजे वह रोजाना की तरह दुकान बंद करके घर चले गए थे। शनिवार की सुबह करीब छह बजे स्थानीय लोगों ने दुकान का शटर उठा देखकर उन्हें सूचना दी। दुकान पर पहुंचकर उन्होंने देखा तो पता चला कि चैनल और शटर में लगे तालों को काटकर जैक से शटर को उठाया गया है। अंदर जाकर देखा तो चांदी के बर्तन, हीर जेवर व अंगूठी समेत सोने के जेवर आदि गायब थे।शटर उठाकर दुकान में घुसे चोरों ने करीब पांच लाख के जेवर पार कर दिए थे। शातिर चोरों ने दुकान में दाखिल होने के बाद सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिये थे। पुलिस को पड़ताल में सीसीटीवी फुटेज नहीं मिल पाए। डॉग स्क्वायड भी श्याम नगर क्रांसिग तक पहुंचा और फिर लौट आया। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि चोर क्रांसिग की तरफ से भागे हैं। थाना प्रभारी रणजीत राय ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर चोरों की तलाश की जा रही है। जल्द से जल्द चोरी की घटना का पर्दाफाश किया जाएगा।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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